सीएम खट्टर ने कहा, आंदोलनकारी किसान नहीं एक खास वर्ग के लोग

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को एक बार फिर आंदोलनकारी किसानों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में एक खास किस्म के लोग शामिल हैं और इसमें शामिल सभी लोग किसान नहीं है. खट्टर ने कांग्रेस पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया  है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस तरह का बयान पहली बार नहीं दिया है. वह पहले भी किसान आंदोलन पर विवादित बयान दे चुके हैं. करनाल में किसानों पर हरियाणी पुलिस की हिंसा के बाद  राज्य में किसानों के प्रदर्शन के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार बताया था.  

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट किया, “कांग्रेस को लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए. किसान आंदोलन में एक खास वर्ग के लोग शामिल हैं. ये सभी किसान नहीं हैं. इस तरह की सभी हरकतें राजनीति से प्रेरित हैं और हर कोई इस तरह के बयानों के पीछे (हरियाणा सरकार के खिलाफ) लोगों से वाकिफ है.” 

इस बीच आज किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिला. राज्य में गन्ने की कीमत में 12 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के बाद किसानों का एक समूह हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर से मिलकर उनका आभार जताया. खट्टर ने कहा , “केंद्र, राज्य सरकार लगातार किसानों के लाभ के लिए काम कर रही है. हमने फसलों के एमएसपी की घोषणा बोने से पहले की थी.”

कुछ दिन पहले करनाल में किसानों पर हुई बर्बर हमले पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया था कि वे हरियाणा में किसानों को भड़का कर आंदोलन करा रहे हैं. खट्टर के इस बयान पर  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार करते  हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित बीजेपी पर आरोप लगाया था कि प्रदर्शनकारी किसानों पर ‘‘खतरनाक हमले’’ को लेकर वे ‘‘शर्मनाक झूठ’’ बोल रहे हैं. सीएम सिंह ने बयान जारी कर कहा, ‘‘आपकी पार्टी ने किसानों को जिन परेशानियों में धकेला है उसके लिए पंजाब पर दोष मढ़ने के बजाए कृषि कानूनों को वापस लें.’’

भाजपा लंबे समय से किसान आंदोलन के खिलाफ नकारात्मक प्रचार करती रही है. भाजपा के नेता पहले किसान आंदोलन को एक जाति और क्षेत्र विशेष का आंदोलन कहते रहे, लेकिन जब इस प्रचार को स्थापित करने में विफ रहे तो अब इस आंदोलन को कांग्रेस समर्थक बता रहे हैं.

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