उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गाजियाबाद में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कैलाश मानसरोवर भवन का उद्घाटन करेंगे. इंदिरापुरम के कानावनी के पास कैलाश मानसरोवर भवन बनकर लगभग तैयार है. इसे लेकर गाजियाबाद के सांसद जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अतुल गर्ग और जिले के अधिकारियों ने गुरुवार को तैयारियों का जायजा लिया.
इस दौरान गाजियाबाद के DM और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. जिला सूचना कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री भवन का उद्घाटन 12 दिसंबर को शाम 5 बजे करेंगे. जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि शक्तिखंड-4 में तैयार की गई इस इमारत का उद्घाटन 13 दिसंबर को होना था, लेकिन बुधवार रात को निर्णय लिया गया कि कार्यक्रम अब 12 दिसंबर को शाम पांच बजे होगा.
तीर्थयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी ने कांवर तीर्थयात्रियों के ठहरने और हर साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए जाने वालों के लिए इस परियोजना की आधारशिला साल 2017 में रखी थी. इसके निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को दी गई है. करीब 57.99 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से तैयार कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण इंदिरापुरम के शक्तिखंड-चार में किया गया है.
इस भवन का निर्माण जयपुर से लाए गए शानदार पत्थरों से किया गया है. नौ हजार वर्गमीटर जमीन पर तैयार किए गए इस भवन में दो बेड और चार बेड के कमरे बनाए गए हैं, जिनमें करीब 280 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है. साथ ही लगभग 188 वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है.
कोरोना के चलते निर्माण कार्य में लगा समय
उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक एसके त्यागी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए मार्च 2020 तक का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन पहले प्रदूषण के चलते और फिर लॉकडाउन (Lockdown) लागू होने पर कामगारों के वापस चले जाने पर निर्माण कार्य पूरी तरह रोक दिया गया था, जिस वजह से इस प्रोजेक्ट के पूरा होने में करीब चार महीनों की देरी हुई.
उन्होंने बताया कि राज्य के पहले कैलाश मानसरोवर भवन को कांवर तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए खोल दिया जाएगा. इस भवन में कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद साल के अन्य महीनों में तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी. यात्री यहां निश्चित शुल्क देकर रह सकेंगे.