दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। इस बार के चुनावों में भी आम आदमी पार्टी को जबरदस्त फायदा हुआ है और पार्टी ने 5 में से चार सीटों पर कब्जा जमाया। दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा को फायदा नहीं हुआ और उसे किसी सीट पर जीत नहीं मिली। हालांकि, कांग्रेस ने एक सीट पर कब्जा जमाया।
आम आदमी पार्टी की इस जीत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी बयान आया। उन्होंने कहा, “दिल्ली की जनता ने दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में 5 में से 4 सीट आप को देकर आज ये बता दिया कि वो आप के कामों से बहुत ज़्यादा खुश है और ज़ीरो सीट जो BJP की आई है वो ये दिखती है कि बीजेपी के 15 साल के काम से MCD में दिल्ली की जनता बहुत नाराज है।”
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने खुशी जताई। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोगों ने हम पर अपना भरोसा जताया है। वे भाजपा से ऊब चुके हैं और ये चुनाव इसी का इशारा हैं।” सिसोदिया ने विश्वास दिखाते हुए कहा, “2022 के नगर निगम चुनावों में भाजपा का सफाया हो जाएगा।”
इसके बाद उन्होंने जीत के लिए एमसीडी उपचुनाव में काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के शासन से दिल्ली की जनता अब दुखी हो चुकी है। अगले साल होने वाले एमसीडी चुनाव में जनता अरविंद केजरीवाल जी की ईमानदार और काम करने वाली राजनीति को लेकर आएगी।
कौन-कौन से वॉर्ड में आम आदमी पार्टी को मिली जीत?: आम आदमी पार्टी को वॉर्ड नंबर-32एन (रोहिणी-सी), वॉर्ड नंबर- 2ई (त्रिलोकपुरी), वॉर्ड नंबर-8ई (कल्याणपुरी) और वॉर्ड नंबर-62एन (शालीमार बाग नॉर्थ) में जीत मिली। इनमें से शालीमार बाग नॉर्थ की सीट पहले भाजपा के पास थी, जबकि बाकी सीटें पहले भी आप के ही खाते में थीं।
कांग्रेस ने छीनी आम आदमी पार्टी की एक सीट: आप ने जहां भाजपा से एक सीट छीनी, वहीं खुद उसकी भी एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया। चौहान बांगर सीट से कांग्रेस के चौधरी जुबैर अहमद ने आप के मोहम्मद इशराक खान को 10,642 वोटों से शिकस्त दी। इस जीत पर जुबैर अहमद ने ट्वीट कर जनता का शुक्रिया अदा किया और लिखा, “चौहान बांगर की जनता ने आज दिखा दिया कि “धोखेबाज़ों” के लिए अब कोई जगह नहीं है, यह जीत चौहान बांगर के हर उस शख्स की जीत है, जिसने आवाम के हक में आवाज़ बुलंद की। साथ मिलकर चमकाएंगे, चौहान बांगर।”
गौरतलब है कि इन सभी वॉर्डों में तीन आप के पार्षदों के विधानसभा में चुने जाने की वजह से खाली हुए थे। शालीमार बाग नॉर्थ का वॉर्ड, जिस पर पहले भाजपा का कब्जा था, वह पार्षद के निधन के बाद खाली हुआ था। इन चुनावों में जीत दर्ज करने वाले पार्षद अब एक साल तक एमसीडी के सदस्य रहेंगे। माना जा रहा है कि यह उपचुनाव 2022 में होने वाले एमसीडी चुनाव के नतीजों के संकेत हो सकते हैं।