मध्‍य प्रदेश में 10 दिन से बारिश के बावजूद अधिकतर बांध चार से 13 मीटर खाली

अकसर सूखा रहने वाला बुंदेलखंड इस बार तर-बतर है। सिंध, चंबल, कूनो, पार्वती सहित सहयोगी नदियों में बाढ़ आने से हालात खराब हैं। पांच जिलों में 493 गांव डूब में हैं, आधा दर्जन से ज्यादा पुल-पुलिया बह गए हैं और दर्जनों क्षतिग्रस्त हैं। ऐसे में भी प्रदेश में ज्यादातर बांध चार से 13 मीटर खाली हैं। शिवपुरी जिले में सिंध नदी पर स्थित जिस मणिखेड़ा बांध के पानी ने चार जिलों में कहर बरपा दिया, उसे भी एहतियातन चार मीटर खाली रखा गया है।

ग्वालियर के ऊपर लगातार पांच दिनों से कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। जिस वजह से क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है। इसका असर भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, ग्वालियर में दिखाई दे रहा है। जबकि इन दिनों में मालवा-निमाड़ और विंध्य क्षेत्र में तेज बारिश देखने को नहीं मिली है। असर यह है कि इन क्षेत्रों में बांध धीमे भर रहे हैं। प्रदेश में ज्यादातर बड़े बांध विंध्य और मालवा-निमाड़ क्षेत्र में ही हैं। जिन्हें भरने के लिए अच्छी बारिश का इंतजार है।

कोलार बांध 9.47 मीटर खाली

भोपाल की आधी से ज्यादा आबादी को पानी देने वाला सीहोर जिले का कोलार बांध भी 9.47 मीटर खाली है। वैसे पिछले दस दिनों से क्षेत्र में बारिश हो तो रही है, पर तेज बारिश न होने के कारण बांध अभी नहीं भरा है। हालांकि इस बांध का कैचमेंट एरिया सीहोर जिले में है और जून-जुलाई में सीहोर जिले की नसरूल्लागंज तहसील सहित आसपास के इलाके में अच्छी बारिश हो चुकी है। इसलिए बांध में पानी की स्थिति ठीक है।

प्रदेश में बांधों में जल भराव की स्थिति (मीटर में)

बांध — फुल टैंक (क्षमता) — पांच अगस्त, 2021 — पिछले साल

इंदिरा सागर — 262.13 — 249.67 — 251.03

ओंकारेश्वर — 196.60 — 194.62 — 194.01

बरगी — 422.76 — 418.55 — 415.30

केरवा — 509.93 — 505.93 — 506.27

कलियासोत — 505.67 — 501.65 — 502.90

बाणसागर — 341.64 — 335.89 — 339.09

गांधीसागर — 399.89 — 395.34 — 395.34

बारना — 348.55 — 344.12 — 344.88

कोलार — 462.20 — 452.73 — 452.50

तवा — 355.39 — 350.97 — 344.68

मणिखेड़ा — 346.25 — 342.20 –336.45

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