नवरात्र महोत्सव के अवसर पर धर्मनगरी कटड़ा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। कटड़ा में विभिन्न मार्गों पर मनमोहक स्वागत द्वार बनाए गए हैं। मुख्य बस अड्डे समेत अन्य जगहों पर रंग-बिरंगी लड़ियों से सजावट की गई है। इसके साथ ही वैष्णो देवी भवन में प्राकृतिक फूलों व फलों से भव्य सजावट की गई है। भवन की सजावट के लिए विशेष तौर पर फूल व फल न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, आदि से मंगवाए गए हैं।
धर्मनगरी में विभिन्न स्थानों पर देवी-देवताओं की मूर्तियां भी बनाई गई हैं। कृत्रिम गुफा के बाहर भी इन फूलों से सजावट की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अर्द्धकुवारी, चरणपादुका, दर्शनी ड्योढ़ी, आदि पर भी भव्य सजावट की गई है।
रात को टिमटिमाती रोशनी में धर्मनगरी अलौकिक एहसास करवा रही है। नवरात्र महोत्सव पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए पंडालों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। इन स्थानों पर अभी से सुरक्षा कर्मी भी तैनात कर दिए गए हैं। कुल मिला कर धर्मनगरी व भवन की सजावट को देखकर भक्त कहने को मजबूर हो रहे हैं
प्रमुख स्थलों पर बिना वर्दी के भी जवान तैनात हैं, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर डॉग स्क्वायड से भी जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त पहाड़ी क्षेत्रों में सेना व सीआरपीएफ कड़ी नजर रखे हुए है।
नवरात्र महोत्सव को ध्यान में रख पूरे माता वैष्णो देवी धाम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं। चाक चौबंद सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पुलिस, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ व सेना ने संयुक्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। सुरक्षा जांच में डॉग स्क्वायड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षा जांच के लिए विभिन्न मोबाइल टीमों का गठन किया गया है।
नवरात्र से पहले भी उत्साह, 35 हजार ने किए दर्शन
नवरात्र पर्व से एक दिन पहले रविवार को 35 हजार से अधिक भक्तों ने माता वैष्णो देवी के चरणों में माथा टेका है। इससे पहले शनिवार को 32433 भक्तों ने प्राकृतिक पिंडियों के दर्शन किए थे। पंजीकरण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर 12 बजे तक 16 हजार से अधिक भक्तों का पंजीकरण हो चुका था। जबकि, दोपहर दो बजे तक यह आंकड़ा 22 हजार को पार कर गया। कक्ष बंद होने के दो घंटे पहले तक 34 हजार भक्त अपना पंजीकरण करा चुके थे। गौरतलब है कि शारदीय नवरात्र पर अक्सर भक्तों की संख्या 35 से 40 हजार के बीच रहती है।