संपत्ति का खुलासा: नीतीश से ज्यादा अमीर हैं उनके बेटे निशांत

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास 75.36 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है, जबकि उनके बेटे निशांत उनसे करीब पांच गुना ज्यादा अमीर हैं। 31 दिसंबर को बिहार सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किए गए मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगियों की संपत्ति के विवरण के अनुसार नीतीश कुमार के पास 29,385 रुपये नकद और लगभग 42,763 रुपये बैंक में जमा हैं, जबकि उनके बेटे निशांत के पास 16,549 रुपये नकद और 1.28 करोड़ रुपये हैं सावधि जमा (एफडी) के रूप में विभिन्न बैंकों में जमा हैं। 

नीतीश कुमार के पास 16.51 लाख रुपये की चल संपत्ति
नीतीश कुमार के पास 16.51 लाख रुपये की चल संपत्ति है जबकि उनकी अचल संपत्ति का कुल मूल्य लगभग 58.85 लाख रुपये है। उनके बेटे के पास 1.63 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है और उनकी अचल संपत्ति की कीमत करीब 1.98 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री के पास नई दिल्ली के द्वारका में एक सहकारी हाउसिंग सोसाइटी में एक आवासीय फ्लैट है, जबकि उनके बेटे के पास कल्याण बीघा और हकीकतपुर (दोनों नालंदा जिले में) और पटना के कंकरबाग में कृषि भूमि और आवासीय घर हैं।

घोषणा के अनुसार, निशांत के पास उनके पैतृक गांव कल्याण बीघा में कृषि भूमि है। गांव में उनकी गैर कृषि भूमि भी है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि उनके पास 1.45 लाख रुपये की 13 गाय और नौ बछड़े हैं। नीतीश कुमार सरकार ने पहले सभी कैबिनेट मंत्रियों के लिए हर कैलेंडर वर्ष के आखिरी दिन अपनी संपत्ति और देनदारियों का खुलासा करना अनिवार्य कर दिया था। दोनों उपमुख्यमंत्रियों तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने भी अपनी संपत्ति और देनदारियों का विवरण घोषित किया है।

कैबिनेट सहयोगी भी मुख्यमंत्री से ज्यादा अमीर
दिलचस्प बात यह है कि नीतीश कुमार के कैबिनेट सहयोगी भी मुख्यमंत्री से ज्यादा अमीर हैं। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी अपने मंत्रिमंडल के सबसे अमीर मंत्रियों की सूची में आते हैं। वीआईपी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार का हिस्सा है। पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी के पास बैंकों में 23 लाख रुपये जमा हैं। उनके पास मुंबई में सात करोड़ रुपये से अधिक की तीन संपत्तियां हैं। उनके और उनकी पत्नी के पास भी एक-एक फ्लैट है।

बिहार में डबल इंजन वाली सरकार नहीं : तेजस्वी यादव
इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को बिहार में नीतीश कुमार प्रशासन पर सभी मोर्चों विशेषकर रोजगार सृजन में पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कोई डबल इंजन सरकार नहीं है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। बिहार सरकार के एक महीने में 19 लाख लोगों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ? जनता अब और इंतजार नहीं कर सकती। राज्य में डबल इंजन वाली सरकार नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here