द्रविड़ अच्छे कोच पर शास्त्री किसी से कम नहीं:शास्त्री के कोच रहते 114 मैच जीती टीम इंडिया, 65% सक्सेस रेट के साथ हैं बेहद कामयाब कोच

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ श्रीलंका दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम के कोच हो सकते हैं। जब यह सीरीज खेली जा रही होगी तब भारतीय टेस्ट टीम इंग्लैंड में होगी। उस टीम के साथ टीम के रेगुलर कोच रवि शास्त्री मौजूद होंगे।

इस डेवलपमेंट के बाद क्रिकेट फैंस के बीच यह बहस छिड़ गई है कि क्या अब जल्द ही राहुल द्रविड़ को रवि शास्त्री की जगह टीम इंडिया का रेगुलर कोच बना दिया जाना चाहिए। चलिए इस सवाल का जवाब हम रवि शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया के प्रदर्शन से हासिल करने की कोशिश करते हैं।

114 मैचों में जीती है टीम इंडिया
रवि शास्त्री को जुलाई 2017 में अनिल कुंबले के स्थान पर टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया। तब से अब तक भारतीय टीम 174 इंटरनेशनल मैच खेल चुकी है। इसमें टीम को 114 में जीत मिली। यानी शास्त्री के कार्यकाल में भारत का ओवरऑल सक्सेस रेट 65% से ज्यादा रहा है।

38 में से 23 टेस्ट में जीत
रवि शास्त्री की कोचिंग में भारतीय टीम ने 38 में से 23 टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है। सक्सेस रेट 60% का रहा। वहीं, वनडे में 76 में से 51 में जीत मिली। सक्सेस रेट 67% रहा। इसी तरह टी-20 में भारत को 60 में से 40 मैचों में जीत मिली। 66% सक्सेस रेट। टेस्ट क्रिकेट में 20 या इससे ज्यादा मैचों में टीम इंडिया की कोचिंग करने वालों में रवि शास्त्री का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है। वनडे क्रिकेट में भी उनकी सफलता की दर 20 से ज्यादा मैचों में कोचिंग करने वालों में सबसे ज्यादा है।

जो कोई न कर सका, शास्त्री ने किया
रवि शास्त्री के कोचिंग करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में जीत दिलवाना है। वह भी एक नहीं दो-दो बार। 2018-19 और 2020-21 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया। इससे पहले भारत क्या कोई भी एशियाई टीम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई थी। 2020-21 में तो भारत ने युवा खिलाड़ियों के दम पर ऑस्ट्रेलिया को हराया।

क्या द्रविड़ संभालना चाहेंगे पद
2017 में जब अनिल कुंबले कोच पद से हटे थे तब भी राहुल द्रविड़ से पूछा गया था कि क्या वे टीम इंडिया के कोच बनेंगे। द्रविड़ ने तब कहा था कि वे परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए द्रविड़ ने बेंगलुरू में नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के हेड का पद भी संभाला है। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या द्रविड़ अब भी टीम इंडिया का रेगुलर कोच बनना चाहेंगे?

2021 वर्ल्ड कप तक है शास्त्री का कार्यकाल
2017 में टीम के कोच बनने वाले रवि शास्त्री को 2019 में एक्सटेंशन मिला था। उनका कार्यकाल 2021 वर्ल्ड कप तक है। इससे पहले उन्हें ICC टेस्ट चैम्पियनशिप और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी टीम के साथ रहना है। इन असाइनमेंट में शास्त्री का परफॉर्मेंस कैसा रहता है इसके आधार पर उनका भविष्य तय होगा। साथ ही यह भी देखना होगा कि शास्त्री खुद भी आगे कोच बने रहना चाहते हैं या नहीं।

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