ईडी ने फेमा के उल्लंघन के लिए पेटीएम की मूल कंपनी और संबद्ध इकाइयों को 611 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह नोटिस संघीय एजेंसी के विशेष निदेशक की ओर से न्यायिक कार्यवाही शुरू करने के पहले जारी किया गया है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि पेटीएम की प्रमुख कंपनी वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड (ओसीएल), इसके प्रबंध निदेशक और पेटीएम की अन्य सहायक कंपनियों जैसे लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड और नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए लगभग 611 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जांच में पाया गया कि ओसीएल ने सिंगापुर में विदेशी निवेश किया और विदेशी स्टेप-डाउन सहायक कंपनी के निर्माण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को आवश्यक रिपोर्टिंग नहीं की। नोटिस में लगाए गए आरोपों के अनुसार ओसीएल ने आरबीआई की ओर से निर्धारित उचित मूल्य निर्धारण दिशानिर्देशों का पालन किए बिना विदेशी निवेशकों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भी प्राप्त किया था।
ईडी ने कहा कि भारत में ओसीएल की सहायक कंपनी लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड ने भी आरबीआई की ओर से निर्धारित मूल्य निर्धारण दिशानिर्देशों का पालन किए बिना विदेशी निवेशकों से एफडीआई प्राप्त किया था। इसमें कहा गया है कि अन्य सहायक कंपनी- नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड- ने आरबीआई द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर कंपनी द्वारा प्राप्त एफडीआई की रिपोर्ट नहीं दी।
पिछले शनिवार को की गई नियामकीय फाइलिंग में पेटीएम ने कहा कि उसे ईडी से एक नोटिस मिला है, जिसमें कंपनी और उसकी दो सहायक कंपनियों- लिटिल इंटरनेट और नियरबाय- पर कुछ निवेश लेनदेन के संबंध में कुछ फेमा नियमों के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। बाद में पेटीएम ने स्पष्ट किया कि कथित उल्लंघन उस समय का है जब दोनों कंपनियां उसकी सहायक कंपनियां नहीं थीं। उसने 2017 में दोनों कंपनियों का अधिग्रहण किया था।
ईडी की नोटिस की खबरों के बाद पेटीएम की पैतृक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। हालांकि बाजार बंद होते-होते शेयरों में हरियाली और कंपनी के शेयर 14.45 (2.02%) रुपये की बढ़त के साथ 729.40 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए।