आपातकाल के पचास वर्ष पूरे होने पर आज 25 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हाथ में भारतीय संविधान की कॉपी लेकर मीडिया के सामने आये। उन्होंने कहा- जो बातें 50 साल पहले हुई थीं, जिन्हें भारत के लोग भूल चुके थे, उन्हें अब क्यों याद दिलाया जा रहा है?
50 वर्ष पूर्व संविधान को कैसे पैरों तले कुचला गया था, इसे याद दिलाना अखिलेश यादव को भी अखर रहा है, जिनके पिताश्री मुलायम सिंह यादव को इन्दिरा गांधी ने डेढ़ साल जेल में ठूंसे रखा।
जिस विजयन को जेल में बन्द कर उनकी टांग तोड़ दी गई थी, उन्हें केरल का मुख्यमंत्री बनने के बाद लग रहा है कि आज देश में अघोषित इमरजेंसी है।
इमरजेंसी में जेल गये लालू प्रसाद यादव जेल की काली कोठरी को भूल कर अघोषित आपातकाल से भयभीत हैं। सोचते हैं कि बिहार में उनका पारिवारिक राज चलेगा या नहीं।
संजय राउत बता रहे हैं कि 50 वर्ष पहले इंदिरा गांधी ने संविधान की मर्यादाओं के पालन से कैसे इमरजेंसी लगा कर भारत का कल्याण किया था।
दरअसल ये सब राहुल की लंगड़े घोड़े वाली कहानी सुन कर समझ चुके हैं कि कांग्रेस में आज भी इंदिरा गांधी वाली तानाशाही कायम है। इंडी में रहना है तो हांजी-हांजी कहना है।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’