हिमाचल प्रदेश में चुनावी प्रचार का शोर थमा, 68 सीटों पर शनिवार को होंगे चुनाव

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार का शोर थम गया है। शनिवार को 68 सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही आएंगे। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी नड्डा सहित कई दिग्गज नेताओं ने मतदाताओं से अपनी पार्टी के पक्ष में वोट डालने की अपील की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश में ताबड़तोड़ दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया था। हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

इस चुनाव में इस बार 55,07,261 मतदाता वोट डाल सकेंगे। हिमाचल प्रदेश में इस बार जहां भाजपा पिछले 5 सालों के विकास का दावा कर रही है। साथ ही साथ भाजपा यह भी बताने की कोशिश कर रही है कि हिमाचल प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ही इसे विकास के रास्ते पर ले जा सकती है। वहीं, कांग्रेस बेरोजगारी और पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है। भाजपा की ओर से लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे नेताओं ने भाजपा के लिए वोट मांगे। वहीं कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, भूपेश बघेल जैसे नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। 

आज भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश में कोई गलत सरकार सत्ता में आती है तो राज्य की प्रगति थम जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सरकार को फिर से लाने का समय है। जब एक इंजन काम करना बंद करता है तो हिमाचल कमजोर पड़ जाता है। अगर अच्छे माली को नहीं चुना गया तो बगीचा बर्बाद हो जाएगा। वहीं, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बरकरार रहती है, तो जल्द ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू किया जायेगा। महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली के अपने वादे को पर जोर दिया और कहा कि यह कोई ‘जुमला’ नहीं है जिसे पूरा नहीं किया जा सके।

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