‘वन फ्राइडे नाइट’, ‘सरकार’, ‘धारा 375’, ‘रहस्य’ और ‘420 IPC’ जैसी चर्चित फिल्मों के निर्माता और निर्देशक मनीष गुप्ता एक गंभीर आरोप के चलते चर्चा में हैं। उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने अपने ड्राइवर पर चाकू से हमला किया है। हालांकि, अब तक उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
विवाद की जड़ बना वेतन विवाद
6 जून को दर्ज एफआईआर के अनुसार, मनीष गुप्ता और उनके ड्राइवर राजेबुल लश्कर के बीच वेतन को लेकर विवाद हुआ था। इसी बहस के दौरान कथित रूप से गुप्ता ने ड्राइवर पर चाकू से वार कर दिया। फिलहाल राजेबुल का इलाज चल रहा है। मामले में ड्राइवर की ओर से वकील अली काशिफ खान देशमुख ने मनीष गुप्ता की त्वरित गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि कानून सभी पर समान रूप से लागू होना चाहिए।
वकील ने लगाए ब्लैकमेलिंग के आरोप
दूसरी ओर, मनीष गुप्ता के वकील ने इस पूरे घटनाक्रम को झूठा और निराधार बताया है। उनका कहना है कि ड्राइवर द्वारा लगाए गए आरोप सिर्फ पैसे ऐंठने के उद्देश्य से गढ़े गए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है और उसने एक बैंक से धोखाधड़ी भी की थी। वकील ने फर्जी आरोपों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
धारा 324 के तहत मामला दर्ज
मामला वर्सोवा पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है और जांच के सिलसिले में पुलिस बयान और साक्ष्य जुटा रही है। डीसीपी गेदाम दीक्षित ने पुष्टि की है कि भारतीय दंड संहिता की धारा 324 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब तक मनीष गुप्ता का कोई प्रत्यक्ष बयान सामने नहीं आया है।