दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए अगले 20 से 25 दिनों में 70 आयुष्मान आरोग्य मंदिर शुरू किए जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोला जाएगा। दिल्ली सरकार ने एक साल में 1139 ऐसे मंदिर खोलने का लक्ष्य रखा है। ये मंदिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) और बारात घरों जैसी जगहों पर स्थापित किए जाएंगे।
मोहल्ला क्लिनिक पर लटकी तलवार
दूसरी ओर भाजपा सरकार ने किराये पर चल रहे मोहल्ला क्लिनिक और पोर्टा केबिन मोहल्ला क्लिनिक को बंद करने का संकेत दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने इन क्लिनिकों को बेकार करार देते हुए कहा कि जल्द ही जांच के बाद इन्हें बंद करने का फैसला लिया जाएगा।
आयुष्मान कार्ड का तेजी से वितरण
आयुष्मान भारत योजना के तहत दिल्ली में 10 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद अब तक 1 लाख 75 हजार परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। अगले हफ्ते से इनका वितरण शुरू होगा।
अस्पतालों में बेड और डॉक्टरों की कमी पर जोर
स्वास्थ्य मंत्री ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों में केवल 1322 बेड बढ़ाए गए, जबकि 10 हजार बेड का लक्ष्य था। वर्तमान सरकार ने दावा किया कि वह एक साल में बेड की कमी को पूरी तरह खत्म कर देगी। इसके अलावा, दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को भी कम किया गया है। जहां पहले 21 फीसदी डॉक्टरों की कमी थी, अब यह घटकर 16 फीसदी रह गई है। दिल्ली सरकार का यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि मोहल्ला क्लिनिकों के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं।