हल्द्वानी। ठाकुरद्वारा में 13 सितंबर को एसडीएम पर हुए हमले के आरोपी खनन माफिया को उत्तराखंड के काशीपुर में पकड़ने गई मुरादाबाद पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। हमले में ठाकुरद्वारा कोतवाल समेत छह पुलिस कर्मी बुरी तरह घायल हो गए, जबकि गोली लगने से जसपुर ब्लॉक के ज्येष्ठ उपप्रमुख की पत्नी की मौत हो गई। हमले के बाद एसओजी प्रभारी रविंद्र कुमार सिंह सहित एक अन्य पुलिसकर्मी लापता हैं।
ठाकुरद्वारा पुलिस को सूचना मिली थी कि इनामी खनन माफिया थाना डिलारी ग्राम कांकरखेड़ा निवासी जफर ग्राम भरतपुर में जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर के यहां छिपा हुआ है। इस सूचना पर ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस और एसओजी की टीम ने बुधवार की शाम भुल्लर के फार्म हाउस की घेराबंदी कर ली। सादे कपड़ों में अनजान लोगों को देखकर परिजनों ने उन्हें ललकारा।
पुलिस के अनुसार ग्रामीण हमलावर हो गए। इस दौरान हुई फायरिंग में ड्यूटी कर घर लौट रही गुरताज की पत्नी गुरजीत कौर (28) को गोली लग गई। उन्हें निजी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। फायरिंग में एसओजी के सिपाही राहुल सिंह, शिव कुमार, सुमित राठी, संगम आैर अनिल कुमार घायल हो गए।
सभी को मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके साथ ही पांच पुलिसकर्मी लापता हो गए थे। इनमें से ठाकुरद्वारा थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। दो सकुशल मिल गए, दो अन्य अभी लापता हैं। गुस्साए लोगों ने कुंडा थाने के सामने एनएच पर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।
एसडीएम पर हुआ था हमला
एसडीएम ठाकुरद्वारा परमानंद सिंह और खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार की टीम पर 13 सितंबर को काशीपुर-ठाकुरद्वारा रोड चेकिंग के दौरान खनन माफियाओं ने हमला कर दिया था। पकड़े गए चार डंपर भी छुड़ा लिए थे। इसके बाद पुलिस अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में अवैध खनन सिंडिकेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
डीआईजी मुरादाबाद शलभ माथुर ने 19 आरोपियों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। इनमें से चार इनामी पूर्व में पकड़े जा चुके हैं। इन्हीं में से एक इनामी जफर को पकड़ने पुलिस उत्तराखंड के थाना कुंडा के गांव भरतपुर में गई थी।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मामले में ऊधमसिंह नगर पुलिस को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। गोली किस ओर से पहले चली, इस बात की भी जांच की जा रही है। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
– अशोक कुमार डीजीपी, उत्तराखंड
दबिश के दौरान टीम को भरतपुर गांव के फार्म हाउस में बंधक बना लिया गया था, टीम पर फायरिंग भी की गई। हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हैं। मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी। लापता पुलिसकर्मियों की तलाश में टीमें लगाई गईं हैं।
– राजकुमार, एडीजी, बरेली जोन