इस्लामाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में गुस्सा है, जबकि पाकिस्तान में डर का माहौल है। पाकिस्तान के सैन्य प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से अपने सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और बलूचिस्तान व अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर पर तैनात 11 कोर और 12 कोर के कमांडरों को आदेश दिया है कि वे बड़ी संख्या में सैनिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक, 10 कोर कमांडर के अंतर्गत तैनात कर दें।
पहलगाम घटना के बाद पाकिस्तान को यह चिंता है कि भारत कोई बड़ा कदम उठा सकता है। इसलिए, उसने अफगानिस्तान बॉर्डर और बलूचिस्तान में आतंकवाद से जूझ रहे सैनिकों को वापस बुला लिया है ताकि उन्हें सीमा पर तैनात किया जा सके। अब तक पाकिस्तान ने भारत-पाक सीमा पर ज्यादा सैनिक नहीं तैनात किए थे क्योंकि वहां से कोई घुसपैठ या गोलीबारी नहीं होती थी, लेकिन हालात बदलने के कारण उसने यह कदम उठाया है।
बड़ी सैन्य कार्रवाई की योजना
बता दें कि पाकिस्तान ने अपने अधिकांश सैनिकों को अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर तैनात कर रखा था, क्योंकि वहाँ अक्सर गोलीबारी की घटनाएँ होती रहती हैं और तालिबान उस क्षेत्र में निर्माण कार्य भी कर रहा है। लेकिन पहलगाम की घटना के बाद पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों में यह चिंता उत्पन्न हो गई कि भारत किसी बड़ी सैन्य कार्रवाई की योजना बना सकता है। इस वजह से पाकिस्तान ने अपनी पेशावर स्थित 11वीं कोर और क्वेटा स्थित 12वीं कोर के अधिकांश सैनिकों को 10वीं कोर में भेजने का आदेश दिया है, जो भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सेना प्रशासन ने अपने सभी सैन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इसके साथ ही कोर कमांडरों को आदेश दिया गया है कि आगामी दिनों में किसी भी सैन्य कर्मी को छुट्टी नहीं दी जाए, जब तक अगला आदेश न आए।
जवानों को बंकरों में रहने का निर्देश
वहीं पाकिस्तान की सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर अपनी तैनाती और सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है। क्योंकि उसे यह डर सता रहा है कि भारत किसी भी समय उसके खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इस स्थिति में पाकिस्तान अपने जवानों को बंकरों में रहकर निगरानी करने का निर्देश दे रहा है।
दरअसल, पाकिस्तान को LoC के साथ-साथ इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने रावलपिंडी स्थित 10वीं कोर को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, इंटरनेशनल बॉर्डर के पास स्थित सियालकोट डिवीजन की सेना को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है, जिसका हेडक्वार्टर गुजरांवाला में स्थित है।