भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के मद्देनज़र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम की घोषणा की है। इस घटनाक्रम के तुरंत बाद चीन ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए अपना रुख स्पष्ट किया है। शनिवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से टेलीफोन पर बातचीत की। बातचीत में वांग यी ने कहा कि चीन पाकिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता की रक्षा में उसके साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।
पाक विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस चर्चा के दौरान इशाक डार ने क्षेत्र में बदलते हालात की जानकारी दी। वांग यी ने पाकिस्तान की संयमित और जिम्मेदार भूमिका की सराहना की और भरोसा दिलाया कि चीन एक रणनीतिक साझेदार और घनिष्ठ मित्र के रूप में हर परिस्थिति में पाकिस्तान के साथ रहेगा।
इसी क्रम में इशाक डार ने यूएई के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद से भी बातचीत की। यूएई ने भारत-पाक संघर्षविराम समझौते का स्वागत किया। इसके अतिरिक्त, डार ने तुर्किये के विदेश मंत्री हकन फिदान से भी संपर्क कर क्षेत्रीय स्थिति से अवगत कराया।
अमेरिका की पहल पर हुआ समझौता
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर बताया कि अमेरिका की मध्यस्थता में हुई गहन बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान ने तत्काल प्रभाव से पूर्ण संघर्षविराम पर सहमति जताई है। ट्रंप ने दोनों देशों की समझदारी भरे निर्णय की सराहना की और इस अहम विषय पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद दिया।
वरिष्ठ अधिकारियों से अमेरिका की बातचीत
इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी जानकारी दी कि बीते 48 घंटों में उन्होंने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ मिलकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, सेना प्रमुख असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों सहित दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की है। उन्होंने बताया कि दोनों देशों की सरकारों ने संघर्षविराम पर सहमति व्यक्त की है और अब वे एक तटस्थ स्थान पर व्यापक मुद्दों पर वार्ता शुरू करने के लिए तैयार हैं।