क्वाड बैठक में पहलगाम हमले की निंदा, चार प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग की घोषणा

वॉशिंगटन डीसी में 1 जुलाई 2025 को हुई क्वाड देशों की विदेश मंत्रियों की बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने इस हमले को अमानवीय बताते हुए दोषियों को न्याय के दायरे में लाने की मांग की है। इस हमले में 25 भारतीय नागरिकों सहित एक नेपाली नागरिक की जान गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे।

बैठक में संयुक्त बयान जारी कर कहा गया कि हम पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। साथ ही सभी जिम्मेदार लोगों, योजनाकारों और हमलावरों को सख्त सजा देने की बात कही गई।

चार मुख्य क्षेत्रों में सहयोग की प्रतिबद्धता

इस बैठक में क्वाड ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही चार अहम क्षेत्रों में सहयोग को लेकर नई घोषणाएं की गईं:

  1. समुद्री और सीमा पार सुरक्षा
  2. आर्थिक विकास और सामरिक स्थिरता
  3. क्रिटिकल और उभरती प्रौद्योगिकियां
  4. मानवीय सहायता और आपातकालीन प्रतिक्रिया

नई पहलों की शुरुआत

बैठक में विभिन्न नई पहलों की भी घोषणा हुई:

  • Quad Critical Minerals Initiative: महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत और विविध बनाने की पहल।
  • Quad Ports of the Future Partnership: मुंबई से शुरुआत होने वाली एक साझेदारी।
  • Indo-Pacific Logistics Network Exercise: क्षेत्रीय लॉजिस्टिक्स सहयोग को बढ़ाने हेतु अभ्यास।
  • कोस्ट गार्ड सहयोग और समुद्री कानून प्रवर्तन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम।
  • म्यांमार में आए भूकंप राहत के लिए $30 मिलियन की सहायता।

क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा

क्वाड ने क्षेत्रीय तनावों पर भी चिंता व्यक्त की। विशेष रूप से:

  • दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में यथास्थिति को जबरन बदलने के प्रयासों की आलोचना।
  • उत्तर कोरिया की मिसाइल गतिविधियों, परमाणु कार्यक्रम और साइबर अपराधों की निंदा।
  • म्यांमार संकट को लेकर चिंता और ASEAN के ‘फाइव-पॉइंट कंसेंसस’ का समर्थन।
  • आतंकवाद के हर स्वरूप, खासकर सीमापार आतंकवाद की खुलकर आलोचना।
  • क्रिटिकल मिनरल्स की आपूर्ति श्रृंखला पर किसी एकपक्षीय नियंत्रण या बाजार विरोधी नीतियों को लेकर चिंता जताई गई।

भारत करेगा अगली समिट की मेज़बानी

बैठक में यह भी तय हुआ कि भारत वर्ष 2025 के अंत में क्वाड लीडर्स समिट की मेजबानी करेगा, जबकि वर्ष 2026 में अगली विदेश मंत्री स्तरीय बैठक ऑस्ट्रेलिया में आयोजित की जाएगी।

जयशंकर की अमेरिका यात्रा

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के आमंत्रण पर 30 जून से 2 जुलाई तक अमेरिका यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने क्वाड बैठक में हिस्सा लेने के साथ-साथ द्विपक्षीय वार्ता भी की और सामरिक तथा वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

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