स्पेन एक बार फिर गंभीर तकनीकी समस्या से जूझ रहा है। इस बार देशभर में मोबाइल नेटवर्क और इमरजेंसी सेवाएं अचानक बंद हो जाने से हड़कंप मच गया। करोड़ों लोगों के मोबाइल फोन एक झटके में बेकार हो गए। सुबह करीब 5 बजे से कई क्षेत्रों में प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों की सेवाएं बाधित हो गईं, जिससे न केवल कॉलिंग और इंटरनेट, बल्कि 112 इमरजेंसी हेल्पलाइन तक पहुंचना असंभव हो गया।
प्रमुख शहरों में दिखा असर
Movistar, Vodafone, Orange, Digimobil, Telefonica और O2 जैसी देश की नामी टेलीकॉम कंपनियों की सेवाएं एकसाथ ठप हो गईं। इस तकनीकी विफलता का असर मैड्रिड, बार्सिलोना, मलागा, सेविला, मर्सिया, बिलबाओ और वैलेंसिया जैसे बड़े और व्यस्त शहरों में खासतौर से देखने को मिला। इन शहरों की अहमियत न सिर्फ स्थानीय आबादी के लिए है, बल्कि ये पर्यटन का भी मुख्य केंद्र हैं, जिससे देशभर में इसका असर व्यापक रूप से महसूस किया गया।
कॉल के दौरान आवाजें गायब
सबसे बड़ी चिंता की बात यह रही कि इमरजेंसी नंबर पर कॉल करने वाले लोगों की आवाजें कट रही थीं या पूरी तरह सुनाई नहीं दे रही थीं। कई मामलों में ऑपरेटरों को कॉल वापस करनी पड़ी। सबसे पहले वैलेंसियन समुदाय के 112 कॉल सेंटर ने इस समस्या को नोटिस किया और उसके बाद यह पूरे देश में फैल गई।
कारण अब तक स्पष्ट नहीं
सुरक्षा विभाग ने पुष्टि की है कि कॉलिंग सेवाओं में गंभीर परेशानी हुई है, लेकिन इस संकट का मूल कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। कुछ क्षेत्रों जैसे अरागोन में 112 सेवा आंशिक रूप से बहाल कर दी गई है, लेकिन अधिकांश इलाकों में सेवाएं अब भी बंद हैं। जनरलिटैट वेलेंसिया ने साफ किया है कि यह दिक्कत सिर्फ वैलेंसियन क्षेत्र की नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय स्तर की तकनीकी विफलता है।
दोहरी मार: पहले ब्लैकआउट, अब नेटवर्क ठप
कुछ हफ्तों पहले ही देश ने एक बड़े ब्लैकआउट का सामना किया था और अब यह नया नेटवर्क संकट सरकार और आम लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है। इस बार संकट और गंभीर इसलिए है क्योंकि इमरजेंसी सेवाएं भी इसकी चपेट में हैं। यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो यह देश की सार्वजनिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन प्रणाली पर गहरा असर डाल सकता है।