भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाया पाकिस्तान, दूसरे देशों से मदद की गुहार

भारतीय सेना की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में लगा है। शुक्रवार को पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत-पाक तनाव कम करने के लिए पाकिस्तान लगातार ईरान, सऊदी अरब, चीन, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देशों से कूटनीतिक बातचीत कर रहा है।

नेशनल असेंबली में बोलते हुए आसिफ ने कहा कि भारत ने सीधे हमला नहीं किया, बल्कि जासूसी के इरादे से ड्रोन का इस्तेमाल किया। उन्होंने दावा किया कि भारतीय ड्रोन को एक सुरक्षित सीमा तक अंदर आने दिया गया और फिर उन्हें गिरा दिया गया, ताकि संवेदनशील स्थानों की जानकारी लीक न हो। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अता तरार ने कहा कि बुधवार से शुक्रवार तक कुल 77 ड्रोन गिराए गए, जिसमें पहले 29 और फिर रात में 48 ड्रोन शामिल थे।

भारत का कड़ा जवाब

भारतीय सेना ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान ने बीती रात 300 से 400 ड्रोन भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने के लिए भेजे थे। ये ड्रोन लेह से सर क्रीक तक 36 जगहों पर सक्रिय थे। हालांकि, भारतीय सेना ने इन सभी ड्रोन हमलों को विफल कर दिया। तनाव तब और बढ़ा जब भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और पाकिस्तान की ओर से 15 भारतीय शहरों पर हमले की साजिश को नाकाम कर दिया।

कूटनीतिक प्रयास तेज

तनाव कम करने के लिए पाकिस्तान कूटनीतिक प्रयास तेज कर रहा है। इस बीच, सऊदी अरब के विदेश मंत्री आदेल अल-जुबैर ने इस्लामाबाद का दौरा किया। इससे पहले उन्होंने दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की और भारत-पाक तनाव पर चर्चा की। इसके अलावा, ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराकची भी भारत पहुंचे और क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा की।

स्वास्थ्य सेवाओं पर अलर्ट

भारत के ड्रोन हमलों के बाद पाकिस्तान में स्थिति गंभीर बनी हुई है। पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्री सैयद मुस्तफा ने कहा कि देश के अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

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