पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच तेल कीमतों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सख्त रुख अपनाया है। सोमवार को ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में लिखा, “तेल के दाम नीचे रखो, मैं सब देख रहा हूं। दुश्मनों के हाथों मत खेलो।” एक अन्य पोस्ट में उन्होंने अमेरिकी ऊर्जा विभाग को निर्देश देते हुए कहा, “तेल का उत्पादन तुरंत शुरू करो। मैं पूरी तरह गंभीर हूं—अभी करो!” ट्रंप पहले भी घरेलू तेल उत्पादन बढ़ाने और विदेशी आपूर्ति पर निर्भरता कम करने की वकालत करते रहे हैं।
परमाणु हथियारों पर दी चेतावनी
एक अन्य पोस्ट में ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के कथित बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने ईरान को परमाणु हथियार देने की बात कही थी। ट्रंप ने लिखा, “क्या वाकई उन्होंने ऐसा कहा? अगर पुष्टि हो जाए तो मुझे तुरंत बताएं, क्योंकि परमाणु हथियारों को लेकर हल्के में बात नहीं होनी चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों को “सबसे घातक हथियार” बताया और टॉमहॉक मिसाइल लॉन्च को सफल करार देते हुए सैनिकों की सराहना की।
ईरान को लेकर व्हाइट हाउस की सफाई
वहीं व्हाइट हाउस ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका ईरानी शासन को बदलने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, “राष्ट्रपति का रुख और सैन्य नीति जस की तस है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने सिर्फ वही सवाल उठाया है जो दुनिया के कई नागरिक कर रहे हैं—क्या ईरानी जनता को उस शासन के खिलाफ नहीं उठ खड़ा होना चाहिए जो परमाणु समझौते या कूटनीति को नकार रहा है?
रेजा पहलवी ने सत्ता संभालने की इच्छा जताई
इस बीच, ईरान के पूर्व शाह मोहम्मद रेजा पहलवी के बेटे रेजा पहलवी ने देश में स्थिरता और लोकतंत्र की बहाली के लिए नेतृत्व करने की पेशकश की है। पेरिस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ईरानी शासन को “कमजोर और पतन की कगार पर” बताया और कहा कि वह सत्ता की भूख से नहीं, बल्कि राष्ट्र की स्थिरता के लिए आगे आना चाहते हैं।
रेजा पहलवी 17 वर्ष की उम्र में ईरान छोड़ चुके थे, और अब भी कई ईरानी उनके पिता के शासन के दौर को लेकर मिश्रित राय रखते हैं। हालांकि वह ईरानी प्रवासी समुदाय में एक प्रभावशाली चेहरा बने हुए हैं।