अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को पश्चिम एशिया में जारी तनाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ईरान और इस्राइल दोनों ने युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन किया है। यह युद्धविराम मंगलवार तड़के प्रभावी होना था, लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद दोनों पक्षों की ओर से सैन्य कार्रवाई हुई।
ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर इस्राइल को कड़ी चेतावनी देते हुए लिखा, “बम गिराना बंद करो, यह गंभीर उल्लंघन होगा। अपने पायलटों को तुरंत घर वापस बुलाओ।” उन्होंने यह भी कहा कि वे इस्राइल के रवैये से संतुष्ट नहीं हैं।
युद्धविराम के तुरंत बाद फिर से हमले
मंगलवार सुबह इस्राइल ने दावा किया कि ईरान ने संघर्ष विराम लागू होने के बाद उसके हवाई क्षेत्र में मिसाइलें दागीं। हालांकि, ईरानी सैन्य प्रवक्ताओं ने इस आरोप से इनकार किया। इस्राइली सेना ने बताया कि उसने दो मिसाइलों को उड़ान में ही निष्क्रिय कर दिया, लेकिन उत्तरी इस्राइल में धमाकों और सायरनों की आवाजें सुनी गईं।
संघर्ष की पृष्ठभूमि
इस तनाव की शुरुआत 12 दिन पहले हुई थी, जब इस्राइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए। इस्राइल का आरोप है कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बनाने की दिशा में काम कर रहा है, जबकि ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। अमेरिका ने भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई और उसने ईरान के कई रणनीतिक ठिकानों पर बंकर-बस्टर बम गिराए।
युद्धविराम की पहल और संकट
सोमवार को ईरान ने कतर स्थित एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर जवाबी हमला किया था, जिसके बाद ट्रंप ने युद्धविराम की पहल की। दोनों पक्षों की सहमति के बावजूद, ताज़ा हमलों ने शांति प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। इस बीच, इस्राइल के वित्त मंत्री बेत्सालेल स्मोटरिच ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा “तेहरान कांपेगा”, जो इस ओर संकेत करता है कि क्षेत्र में तनाव अभी समाप्त नहीं हुआ है।