अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पूर्व पदाधिकारी के खिलाफ दलित किशोरी से दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी ने भोपाल के रवींद्र भवन की पार्किंग में 30 जनवरी को वारदात को अंजाम दिया था। यह घटना सरकारी आयोजन लोकरंग के दौरान मऊगंज निवासी एक आदिवासी किशोरी के साथ हुई थी। पीड़िता मूलतः मऊगंज निवासी है। घटना के बाद भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पीड़ित का परिवार प्रकरण दर्ज कराने गया तो पुलिस ने उसे भगा दिया था। इसके बाद पीड़ित परिवार भोपाल छोड़कर 600 किलोमीटर दूर अपने गांव मऊगंज पहुंचा और वहां जाकर दुष्कर्म, पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कराया।
केस डायरी आने के बाद भोपाल की श्यामला हिल्स थाना पुलिस ने एबीवीपी के पूर्व संगठन मंत्री भगवान सिंह मेवाड़ा (राजपूत) के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। प्रकरण दर्ज होने के बाद आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने मध्यप्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया और कहा कि भाजपा से जुड़े हुए लोग आदिवासियों के साथ दरिंदगी कर रहे हैं।
पीड़िता के पिता ने स्टॉल लगाया था
श्यामला हिल्स पुलिस के अनुसार साढ़े 14 वर्षीय किशोरी का परिवार कमला नगर थाना क्षेत्र भोपाल में रहता है। रवींद्र भवन में सरकारी आयोजन लोकरंग के दौरान पीड़िता के पिता ने वहां स्टॉल लगाया था, जिसमें किशोरी भी अपने माता-पिता के साथ रवींद्र भवन पहुंची थी। यह आयोजन 26 जनवरी से 30 जनवरी तक चला। आरोप है कि 30 जनवरी को एबीवीपी का पूर्व संगठन मंत्री और आरटीआई एक्टिविस्ट भगवान सिंह राजपूत ने एक अन्य आरोपी के साथ किशोरी को बुलाया और पार्किंग में ले जाकर दुष्कर्म किया और धमकी देकर भगा दिया।
विरोध करने पर आरोपी ने की मारपीट
पीड़िता की मां ने एफआईआर में लिखाया है कि नाबालिग बेटी ने जब दुष्कर्म का विरोध किया तो भगवान सिंह ने उसके साथ मारपीट भी की। इसके बाद पीड़िता के साथ छेड़छाड़ भी की गई। उस दिन वहां पर लोकरंग मेला चला रहा था, जिसमें पीड़ित परिवार ने अपना एक स्टॉल लगाया था। उसी स्टॉल में वह बेटी के साथ था, तब आरोपी आकर उसकी नाबालिग बेटी को ले गया था। उसे ले जाते हुए और भी लोगों ने देखा था।
कांग्रेस ने उठाया सवाल
कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा राज में दलितों और आदिवासियों के साथ लगातार घटनाएं हो रही हैं। घटना करने वाले भी भाजपा के नेता होते हैं या भाजपा से ही जुड़े संगठन के पदाधिकारी होते हैं। श्यामला हिल्स पुलिस मामले की जांच कर रही है। डीसीपी जोन-3 रियाज इकबाल ने कहा कि मामले की तफ्तीश की जा रही है, इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।