जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार केंद्र सरकार पर नजरबंद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने खुद वीडियो जारी कर नजरबंद किए जाने का दोष लगाया है। उन्होंने बताया कि फर्जी मुठभेड़ में मारे गए अतहर मुश्ताक के परिवार से मिलने की कोशिश के बीच उन्हें हमेशा की तरह घर में नजरबंद कर दिया गया है।
महबूबा ने कहा कि एक बार फिर से एक मासूम अतहर को मार दिया गया। मैं उनके परिवार से मिलना चाहती थी, लेकिन उससे पहले ही मेरे घर पर सरकार के अधिकारी पहुंच गए और मुझे बाहर जाने से रोक दिया। मैंने जब उनसे कारण पूछा तो उन्होंने चुप्पी साध ली। अतहर के पिता ने जब अपने बेटे के शव की मांग की तो प्रशासन ने उनके खिलाफ आतंकवाद निरोधी कानून (UAPA) के तहत केस दर्ज कर दिया।
वहीं एक तस्वीर को साझा करते हुए महबूबा ने कहा कि कश्मीर में दमन का शासन है जिसे भारत सरकार देश के बाकी हिस्सों से छिपाना चाहती है। एक 16 साल का युवक मारा जाता है और परिवार को अंतिम संस्कार करने का अधिकार और मौका देने से इनकार कर दिया जाता है।