मेरठ में लालबत्ती लगी लग्जरी कारों में चलने वाले करोड़पति भी गरीबों के कोटे का मुफ्त राशन ले रहे हैं। पूर्व मंत्री योगेन्द्र जाटव के नाम से बने एक बीपीएल कार्ड पर हर महीने 10 किलो चावल और 15 किलो गेहूं लिया जा रहा है। मामला सामने आते ही आपूर्ति विभाग के अफसर लीपापोती में जुट गए हैं।
आपूर्ति विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार मई 2020 में बसपा सरकार में मंत्री रहे योगेन्द्र जाटव के नाम से उनके भगवतपुरा के पते पर बीपीएल कार्ड संख्या 113840846379 बना। इस कार्ड में उनकी पत्नी किरन देवी, नमन, रविकुमार जाटव, अंजली के नाम दर्ज हैं। इस राशन कार्ड पर हर महीने तृतीय क्षेत्र में सुनीता गुप्ता श्यामनगर की दुकान से मुफ्त में राशन और चावल दिया जा रहा है।
कब-कब लिया राशन:
16 मई 2021
27 जून 2021
31 अगस्त 2021
30 सितंबर 2021
31 अक्तूबर 2021
कैसे बना करोड़पति का बीपीएल राशन कार्ड
खाद्य सुरक्षा अधिकार अधिनियम के तहत गरीब परिवारों को ही बीपीएल राशन कार्ड का पात्र माना जा सकता है जिसके पास पक्का मकान न हो, घर में जेनरेटर, लाइसेंसी हथियार, दो पहिया और चौपहिया वाहन आदि न हो। योगेन्द्र जाटव के पास करोड़ों की संपत्ति है। उन्हें
मैं गरीब नहीं, हो सकता है दूसरे ने बनवा लिया हो कार्ड
बीपीएल राशन कार्ड गरीबी रेखा से नीचे वालों का बनता है। मैं उस श्रेणी में आता ही नहीं हूं। हमने अपना राशन कार्ड भी नहीं बनवाया है। हो सकता है किसी ने हमारे नाम से राशन कार्ड बनवा लिया हो और राशन लिया जा रहा हो। मैं दिखवाता हूं।— योगेन्द्र जाटव, पूर्व राज्य मंत्री उप्र सरकार।
जांच कराकर की जाएगी कार्रवाई
राशन कार्ड और सरकारी राशन की योजना अमीरों के लिए नहीं है। अगर पूर्व राज्यमंत्री के परिवार का बीपीएल राशन कार्ड है तो उसकी जांच कराकर निरस्त कराया जाएगा। राशन अंगूठे की छाप के बाद ही दिया जाता है। इसकी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। –राघवेन्द्र सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी।