जी-20: कड़ी सुरक्षा बीच घाटी में बैठक आज से, सदस्य देशों के प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे

जी-20 पर्यटन कार्य समूह की तीन दिवसीय तीसरी बैठक सोमवार से श्रीनगर में शुरू होने जा रही है। विभिन्न सदस्यों देशों के प्रतिनिधि श्रीनगर हवाईअड्डे पर पहुंच चुके हैं। इस दौरान उन्हें स्वागत स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इसके बाद स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा लाइव संगीत और पारंपरिक नृत्य की झलक दिखाई गई। 

सूत्रों ने बताया कि यहां से सभी प्रतिनिधि अपने निर्धारित होटलों  की ओर रवाना होंगे। उन्हें कमरे आवंटित किए जाएंगे और सम्मेलन सामग्री दी जाएगी। इसके बाद दिन भर अन्य बैठकें और कार्यक्रम होंगे। डल झील किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित बैठक में विभिन्न राष्ट्रों के 60 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होने जा रहे हैं। आकाश से लेकर जमीन तक निगहबानी है। डल झील में मार्कोस कमांडो का पहरा है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

लाल चौक समेत शहर के कई इलाकों में एनएसजी कमांडो ने डेरा डाल रखा है। डल झील के किनारे बुलवर्ड रोड पर तीन दिनों तक यातायात प्रतिबंधित रहेगा। इस बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) तक अलर्ट है। सीमावर्ती जिले कठुआ, सांबा, जम्मू, राजोरी, पुंछ, बारामुला, कुपवाड़ा व बांदीपोरा में आईबी व एलओसी पर जवानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है।

बैठक में पहले दिन क्या होगा

सम्मेलन के पहले दिन दोपहर बाद प्रतिनिधियों का एसकेआईसीसी में आगमन होगा। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों से उनका स्वागत होगा। क्राफ्ट बाजार में स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी में प्रतिनिधियों को देखने का मौका मिलेगा। अगले दिन आर्थिक विकास व सांस्कृतिक संरक्षण के लिए फिल्म पर्यटन विषय पर सत्र होगा जिससे फिल्म पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। इसके साथ ही ईको टूरिज्म पर भी एक अलग सत्र होगा।

परी महल व मुगल गार्डन का प्रतिनिधि करेंगे दौरा
जी-20 में शामिल होने वाले प्रतिनिधि परी महल, चश्माशाही तथा मुगल गार्डन का दौरा करेंगे। इसके साथ ही वे पोलो व्यू मार्केट का भी दौरा करेंगे जिसका हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया है।

पर्यटन, एडवेंचर, फिल्म और ईको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
सोमवार से यहां होने वाली तीन दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन पर सभी की निगाहें हैं। श्रीनगर मेजबानी के लिए तैयार है। केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन को उम्मीद है कि इस आयोजन से यहां की पर्यटन क्षमता-स्थायी पर्टन , एडवेंचर टूरिज्म, फिल्म और इको-टूरिज्म को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय युवाओं के लिए अवसरों के कई रास्ते खुलेंगे। साथ ही जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।

यह बातें जी20 कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन शृंगला ने रविवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में प्री इवेंट प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। जी20 बैठक यहां 22 से 24 मई तक होगी।

शृंगला ने कहा कि श्रीनगर बड़े पैमाने पर रूपांतरण (मेकओवर) से गुजरा है। युद्ध स्तर पर फाइबर केबल बिछाई जा रही है और युद्धस्तर पर एक बड़ा विकास हुआ है। जी20 कार्यक्रम पहली बार भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिमी हिस्सों में हो रहे हैं। जी20 के बारे में देश के सभी हिस्सों में बड़े पैमाने पर जागरूकता शिविर आयोजित किए गए हैं। विशेष रूप से श्रीनगर में जी20 कार्यक्रम के लिए मेहमानों का आगमन शुरू हो गया है । शृंगला ने कहा कि इसमें भारत के विभिन्न हिस्सों से अंतरराष्ट्रीय वक्ता और अतिथि शामिल होंगे। समूह चर्चा भी होगी।

पर्यटन पर अंतिम बैठक गोवा में होगी : केंद्रीय पर्यटन सचिव
केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा कि पर्यटन पर अंतिम बैठक गोवा में होगी। इस लिहाज से यह बैठक महत्वपूर्ण है। ड्राफ्ट फाइनल किया जाएगा। श्रीनगर में वर्किंग ग्रुप की यह इकलौती बैठक है। हमने देशों से उत्कृष्ट प्रतिक्रिया देखी है। सबसे ज्यादा संख्या में यहां आने के लिए मान्यता दी गई है, यह उत्साहजनक है। हमने पुख्ता इंतजाम किए हैं।

अगले साल दिल्ली से श्रीनगर के बीच सीधी ट्रेन : मुख्य सचिव
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने कहा कि कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर के पर्यटन प्रवाह में वृद्धि देखी गई है। 2022 में 1.88 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। मेरा मानना है कि यह अभी शुरुआत है। हम अगले साल दिल्ली से श्रीनगर के लिए सीधी ट्रेन चलाएंगे और यह एक तकनीकी चमत्कार होगा। इस साल विदेशी पर्यटकों के आगमन में कई गुना वृद्धि हुई है। 300 नए पर्यटन स्थलों को तलाशने की रूपरेखा बनाई है। 

पहली बार ऐसा हुआ है कि जब ऐसे स्थल सर्दियों में खुले रहे जो कभी कल्पना नहीं की जा सकती। सोनमर्ग साल भर खुला रहा है। जम्मू -कश्मीर चार रंगों की पेशकश करता है- सफेद जिसका अर्थ है बर्फ, इंद्रधनुष का अर्थ है वसंत, गर्मियों में हरा और पतझड़ में नारंगी। इसलिए जम्मू-कश्मीर विशुद्ध रूप से एक पर्यटन स्थल है जो पूरे साल मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार रहता है। जी20 के भव्य आयोजन में भाग लेने वाले विदेशी और घरेलू मेहमानों का स्वागत करते हैं।

स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया नहीं… यह है कश्मीर
अरब के एक इन्फ्लुएंसर अमजद ताहा ने एक वीडियो ट्वीट कर कश्मीर की खूबसूरती की तारीफ करते हुए अपने वैश्विक फालोअर्स से कहा कि यह स्विट्जरलैंड या ऑस्ट्रिया नहीं, बल्कि यह कश्मीर है, जहां जी20 होगा। श्रीनगर में 22-24 मई को होने वाली जी20 बैठक से पहले कश्मीर की सुंदरता को पृथ्वी पर स्वर्ग के रूप में वर्णित करते हुए अरब प्रभावक ने कहा कि इस जगह ने पृथ्वी की रक्षा की है।

शनिवार को किए ट्वीट में अमजद ताहा ने बताया कि कि हम देखते हैं कि यहां मुस्लिम, हिंदू, सिख और ईसाई सभी शांति से रह रहे हैं और भविष्य के लिए विश्व नवाचार और विकास में योगदान करते हुए अपनी विविधता भरी इस भूमि का आनंद ले रहे हैं। कश्मीर यह सुनिश्चित करता है कि अशांति और हिंसा के बावजूद, इसकी सुंदरता लोगों को मंत्रमुग्ध करती है। आज भी प्रसिद्ध कवि अमीर खुसरो के शब्दों को अर्थ देती है। उन्होंने कहा था अगर फिरदौस बार रू-ए ज़मीन अस्त, हमीन अस्त-ओ हमीन अस्त-ओ हमीं अस्त। (अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है)।

गायक हनी सिंह ने भी जारी किया वीडियो संदेश
इससे पहले, पंजाबी गायक यो यो हनी सिंह ने पहली बार प्रतिष्ठित जी20 बैठक की मेजबानी करने के लिए जम्मू-कश्मीर के सुरम्य क्षेत्र पर अपना उत्साह व्यक्त किया। ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में हनी सिंह ने अपने प्रशंसकों को बैठककी जानकारी दी। उन्होंने कहा, मुझे पता चला कि जी20 शिखर सम्मेलन इस बार कश्मीर में हो रहा है। मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं। मैं अभी अमेरिका में हूं और अपने समर्थकों से आग्रह करता हूं कि वह जी20 बैठक को लेकर अपना समर्थन जाहिर करें।

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