गहलोत के मंत्री जोशी पर 50 लाख की घूस लेने का आरोप, जयपुर में एफआईआर

प्रदेश कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री का पिछले 1 साल से विवादों से नाता नहीं छूट रहा। अब कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के खिलाफ झोटवाड़ा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है।  पीड़ित विलायत हुसैन ने जयपुर के  झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाते हुए कैबिनेट मंत्री और एक कथित बिचौलिए नित्तम शर्मा पर बोर्ड चेयरमैन बनाने का झांसा देकर 50 लाख रुपये लेने का आरोप लगाते हुए नामजद एफआईआर दर्ज करवाई है।

एफआईआर में विलायत हुसैन ने बताया कि उसके बुआ का लड़का आबिद अली परिहार राजस्थान के फतेहपुर में कांग्रेस पार्टी से पिछली 4 से 5 बार से पार्षद है। बिचौलिया नित्तम शर्मा ने बुआ के लड़के को बोर्ड का चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया और जब मैंने हां कर दी तो नित्तम शर्मा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री महेश जोशी मेरे समधी हैं, मैं आपकी मुलाकात उनसे करवाता हूं।  

सितंबर 2021 में नित्तम शर्मा ने मुझे बनीपार्क स्थित उमेद पैलेस होटल में बुलाया। मैं अपनी बुआ के लड़के के साथ उससे मिलने गया, वहां चेयरमैन बनाने को लेकर सारी बातचीत हुई। उसके बाद नित्तम शर्मा हमें कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के रेलवे स्टेशन स्थित घर पर ले गया, जहां नित्तम शर्मा ने मुझे और मेरी बुआ के लड़के आबिद को महेश जोशी से मिलवाया। 

वहां, नित्तम ने मंत्री जोशी को बुआ के लड़के का राजनीतिक बायोडाटा दिया और कहां कि इन्हें कोई बोर्ड का चेयरमैन बना दीजिए। उसके बाद महेश जोशी ने मेरे बुआ के लड़के का बायोडाटा मुख्यमंत्री को पहुंचाने की बात कही। नित्तम ने कहा कि बोर्ड का चेयरमैन बनना है तो 1 करोड़ का खर्चा आएगा। मैं महेश जोशी जी को बोल दूंगा वह मेरा कहा कभी नहीं टालते।  

दिसंबर 2021 में नित्तम शर्मा ने मुझे फोन कर देरादून बुलाया और एडवांस के  50 लाख लेकर आने की बात कही। मैं 35 लाख रुपए लेकर नित्तम शर्मा से देहरादून में मिला और 35 लाख रुपए नित्तम शर्मा को दे दिए।  उसके बाद नितिन शर्मा ने कहा कि बाकी के 15 लाख भी जल्दी अरेंज करवाने होंगे उसके बाद ही काम होगा। मई-जून 2022 में नित्तम शर्मा मेरे घर आया और उसे मैंने बाकी के 15 लाख भी दे दिए।  उसके बाद जब बोर्ड चेयरमैन की दो-तीन लिस्ट आ गई  और उसमें मेरे बुआ के लड़के आबिद अली का नाम नहीं आया, तो मैंने नित्तम शर्मा से संपर्क किया। इसके बाद से उसने फोन उठाना बंद कर दिया। 

महेश जोशी ने पहचानने से इनकार कर दिया
पीड़ित ने बताया कि 26 मई 2023 को वह महेश जोशी के सिविल लाइन स्थित बंगले पर गया और उनसे मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इस पर महेश जोशी ने मुझे पहचानने से ही इनकार कर दिया और कहा जिसे पैसे दिए हैं, उसी से बात करो। आखिर में तंग आकर पीड़ित ने झोटवाड़ा थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।

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