गाजियाबाद। औद्योगिक नगरी गाजियाबाद की 11 हजार छोटी-बड़ी इंजीनियरिंग इकाइयों को अब अपने कच्चे माल के परीक्षण और ग्राफिक डिजाइन के लिए जिले से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि यह सुविधा अब उन्हें महानगर में मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को रिसर्च एवं डेवलपमेंट लैब का शिलान्यास ऑनलाइन किया। इस मौके पर प्रदेश के स्वास्थ राज्यमंत्री अतुल गर्ग, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह व उद्यमियों समेत तमाम प्रशासनिक अमला उपस्थित था।
इस सुविधा केंद्र स्थापित होने से जनपद की इंजीनियरिंग उत्पाद से जुड़ी 11 हजार इंजीनियरिंग इकाइयों को नए उत्पाद डिजाइन कराने और रॉ मेटेरियल एवं उत्पादों की टेस्टिंग कराने में स्थानीय स्तर पर सुविधा उपलब्ध होगी। अभी तक गाजियाबाद में इस तरह का सेंटर जनपद में उपलब्ध नहीं है। प्रदेश सरकार की एक जनपद एक उत्पाद योजना के अंतर्गत इस प्रोजेक्ट को तैयार किया जा रहा है।
बता दें कि जनपद में कॉमन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना के लिए काफी दिन पहले प्रशासन ने प्रस्ताव भेजा था। इसकी डीपीआर रिपोर्ट जिला उद्योग गाजियाबाद की टीम ने तैयार की थी। इस योजना की कुल लागत 14 करोड़ 88 लाख है। इसमें 90 प्रतिशत धनराशि प्रदेश सरकार अनुदान के रूप में देगी शेष 10 प्रतिशत धनराशि स्थानीय समिति के उद्यमी सदस्य वहन करेंगे।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह एकेजी इंस्टिट्यूट परिसर में स्थापित की जाएगी और इसके लिए 22 सदस्यीय समिति गठित की गई है।