गुलाम नबी आजाद ने महाराजा हरि सिंह को उनकी जयंती पर याद किया

कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी बनाने की तैयारी में जुटे पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने महाराजा हरि सिंह को उनकी जयंती पर याद किया है। उन्होंने कहा कि महाराजा हरि सिंह की सार्वजनिक प्रशासन प्रणाली और नीतियां जम्मू-कश्मीर के विकास में मील के पत्थर थीं।

उन्होंने सोशल मीडिया पर महाराजा से जुड़ी एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘सच्चे दूरदर्शी, देशभक्त और जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह जी को आज उनकी जयंती पर नमन। उनकी सार्वजनिक प्रशासन प्रणाली, लोगों के अनुकूल नीतियां, सभी के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा, विकासात्मक और ढांचागत कार्य जम्मू-कश्मीर के विकास में मील के पत्थर थे।

आजाद आगे लिखते हैं, ‘उनका (महाराजा हरि सिंह का) धर्म ‘सबके साथ न्याय’ था। अपने सार्वजनिक भाषण में महाराजा ने टिप्पणी की थी ‘यदि मुझे इस राज्य पर शासन करने योग्य समझा जाता है, तो मैं कहूंगा कि मेरे लिए सभी समुदाय, धर्म और नस्ल समान हैं। एक शासक के रूप में, मेरा कोई धर्म नहीं है, सभी धर्म मेरे हैं और मेरा धर्म है। न्याय’।’

गुलाम नबी आजाद अपनी नई पार्टी के नाम का एलान नवरात्र में करने जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि नाम की घोषणा 26 या 27 सितंबर को हो सकती है। पार्टी के नाम पर मंथन कर उसे लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। कुछ और शुभचिंतकों से नाम पर चर्चा चल रही है। पार्टी का नाम और काम दोनों ही धर्मनिरपेक्ष छवि को प्रदर्शित करेगा। इसके बाद पार्टी चुनाव आयोग में इसे पंजीकरण की कवायद शुरू करेगी। इसमें पार्टी का चुनाव निशान और झंडा भी शामिल होगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here