सरकार कृषि बिल वापस ले और एमएसपी पर नया कानून बनाएं, किसान महापंचायत में बोले राकेश टिकैत

दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन का आज यानी सोमवार को 75वां दिन है. रविवार को हरियाणा के चरखी दादरी में हुई महापंचायत में राकेश टिकैत ने जमकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि युवा अभी सिर्फ कानून वापसी की मांग कर रहे हैं, लेकिन अगर उन्होंने कुर्सी मांग ली तो दिक्कत होगी.

तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को देशभर में चक्का जाम के आयोजन के बाद आज हरियाणा के भिवानी के कितलाना टोल में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया. किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि युवा अभी सिर्फ आंदोलन वापसी की मांग कर रहा है. अगर उसने कुर्सी वापसी की मांग कर ली तब क्या होगा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के पास वक्त है कि वह कानून वापस ले और एमएसपी पर नया कानून बनाएं.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भिवानी के कितलाना टोल किसान महापंचायत के अलावा चरखी दादरी की महापंचायत में भी पहुंचे. राकेश टिकैत ने कहा कि हम पूरे देश में जाएंगे. सरकार हमारी मांगे मान ले. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान आंदोलनकारियों को धोखे से लाल किले पर ले जाया गया. उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारियों की है और हमें गरीबों को जोड़ने की जरूरत है. राकेश टिकैत ने सरकार पर निशाना साधते हुए आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग की.

बीकेयू के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक कानून वापस नहीं होगा, तब तक घर नहीं जाएंगें. हमारा संगठन सभी बिरादरी का है और किसानों का यह आंदोलन सिर्फ जाटों का नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे मनोबल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. हम सरदारों को नहीं छोड़ सकते. महिलाओं के गुस्से का वक्त आने पर इस्तेमाल किया जाएगा.

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