महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला है. जहां, मंत्री धनंजय मुंडे ने आज सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उनसे इस्तीफा देने को कहा था. इसके बाद अब राज्यपाल ने धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. फडणवीस सरकार में मुंडे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे. राज्य का बजट सत्र चल रहा है और सत्र के दूसरे दिन आज धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दे दिया है.
बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया. माहौल काफी गर्म था. सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी थी. एक एसआईटी भी गठित की गई. इस बीच, दो दिन पहले ही सीआईडी ने इस मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था.
सीआईडी की चार्जशीट के बाद बढ़ गया था दबाव
सीआईडी ने अपने आरोपपत्र में कहा था कि वाल्मीक कराड इस घटना का मास्टरमाइंड था और संतोष देशमुख की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने जबरन वसूली का विरोध किया था. इसके बाद धनंजय मुंडे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया.
फिर सोमवार शाम को संतोष देशमुख की हत्या की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. आरोपियों ने संतोष देशमुख की बेरहमी से हत्या कर दी. इस फोटो के वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में तीव्र आक्रोश की लहर है, माहौल काफी गरम हो गया.
सीएम ने मुंडे को इस्तीफा देने के लिए कहा था
इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने धनंजय मुंडे से इस्तीफा देने को कहा. देवेंद्र फडनीस के आदेश के बाद धनंजय मुंडे ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी मुंडे का मंत्री पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.