दिल्ली दंगों में पुलिस पर बंदूक तानने वाले आरोपी का हुआ भव्य स्वागत, वीडियो वायरल

नई दिल्ली: दिल्ली दंगे के आरोपी और एंटी-सीएए प्रोटेस्ट के दौरान पुलिस पर बंदूक तानने वाले शाहरुख पठान के जेल से बाहर आने पर उसका भव्य स्वागत किया गया है. आरोपी शाहरुख पठान 23 मई को जैसे ही चार घंटे के पैरोल पर जेल से बाहर आया, उसके स्वागत को घर के पास भीड़ उमड़ पड़ी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दिल्ली पुलिस ने इस वीडियो की पुष्टि की है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 23 मई को अपने बीमार पिता से मिलने के लिए शाहरुख पठान 4 घंटे के पैरोल पर अपने घर आया था. जेल से बाहर निकलकर आरोपी शाहरुख पठान जैसे ही घर आया, उसका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस दौरान लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और लोग खूब चिल्लाते भी दिखे. वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ उसके साथ चल रही है और लोग चिल्लाते दिख रहे हैं.

बता दें कि शाहरुख पठान वही है, जिसने 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान एक पुलिस हेड कांस्टेबल पर कथित तौर पर बंदूक तान दी थी. बीते दिनों दिल्ली की एक अदालत ने मानवीय आधार पर दिल्ली दंगों के आरोपी शाहरुख पठान को चार घंटे की पैरोल दी थी, ताकि वह अपने अस्वस्थ पिता से मिल सके.

एएनआई द्वारा जारी किए गए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के आरोपी शाहरुख पठान का स्थानीय लोगों द्वारा किस तरह भव्य स्वागत किया गया. उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. इतना ही नहीं, वीडियो में लोग उसके आगमन पर चिल्लाते और सीटी बजाते भी दिख रहे हैं. इस वीडियो को दिल्ली पुलिस ने कन्फर्म किया है.

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को शेयर किया और लिखा- ‘पुलिस पर बंदूक उठाने वाले को हीरो बनाया जा रहा है. दिल्ली में कई जगह मिनी पाकिस्तान बन चुके हैं. ये मानसिकता दिल्ली और देश की दुश्मन बन चुकी हैं. मैं साफ कहना चाहता हूं, हम दिल्ली वाले इन लोगों से डरते नहीं और इस मानसिकता को दिल्ली में कुचल दिया जाएगा.’

बता दें कि फरवरी 2020 में राष्ट्रीय राजधानी के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान पुलिस के एक हेड कांस्टेबल पर कथित तौर पर पिस्तौल तानने और दंगा फैलाने के आरोप में शाहरुख जेल में बंद है. शाहरुख पठान को उत्तर प्रदेश के शामली जिले से तीन मार्च 2020 को गिरफ्तार किया गया था और वह तब से ही जेल में है. उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 फरवरी 2020 को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसके बाद 24 फरवरी 2020 को कई इलाकों में दंगे भड़क गए थे. इस हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे.

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