बगीचे में आम की सुरक्षा के लिए आधा दर्जन गार्ड्स और लगभग 12 कुत्ते तैनात

वैसे तो भारत विभिन्न प्रजातियों के आम की वजह से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। आम हर वर्ग के लोगों को खूब भाता है। छोटे हो या बड़े सभी इसे चाव से खाते हैं। लेकिन ऐसा बहुत कम ही देखने को मिला है कि किसी आम की सुरक्षा वीवीआईपी तरीके से की जाती हो। लेकिन यह सही है। दरअसल, मध्यप्रदेश के जबलपुर के एक के स्थान में दुर्लभ प्रजाति का आम उगाया है। किसान का नाम संकल्प सिंह परिहार है। इस आम की रखवाली करने के लिए बगीचे में आधा दर्जन गार्ड्स और लगभग 12 कुत्ते तैनात हैं। आम की खासियत यही है कि इसकी कीमत फिलहाल बाजार में लगभग ढाई लाख रुपए प्रति किलो है। बताया जा रहा है कि यह जापानी किस्म का आम है जिसे टाइयो नो टमैंगोश कहा जाता है।

संकल्प सिंह परिहार का यह बगीचा जबलपुर शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है। उनके बगान में लगभग 52 किस्मों के आम हैं। इसमें मल्लिका और परी विदेशी वैरायटी भी शामिल है। इतना ही नहीं, संकल्प सिंह परिहार ने दुर्लभ किस्म के आम के पौधों का भी अनोखा कलेक्शन तैयार किया है। उनके आम की प्रसिद्धि आसपास के इलाके में खूब है और आम की कीमत को देखते हुए उसकी लगातार सुरक्षा रखी जाती है। आसपास के लोग भी उनके बागान में आम को देखने आते हैं। बगीचे में आम के हजारों पेड़ हैं। लेकिन यह आप अपने आप में बेहतर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत को देखते हुए इस पर सख्त निगरानी रखी जाती है।

इसको लेकर संकल्प सिंह परिहार का बयान भी सामने आया है। अपने बयान में संकल्प परिहार ने कहा कि हमारे बगीचे में करीब 52 किस्म के आम हैं। उन्होंने कहा कि रात में सुरक्षा का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है। जिसके लिए कुत्तें सबसे बेहतर विकल्प हैं। मियाजाकी जो जापान की प्रजाति है सबसे प्रमुख है। हालांकि पहले परिहार परिवार का खेती मुख्य पेशा हुआ करता था। लेकिन कुछ वक्त बाद व्यवसाय के सिलसिले में उनका परिवार जबलपुर आ गया। बावजूद इसके संकल्प पर परिहार ने खेती करने का फैसला लिया। तब उनके घर वालों ने इसका विरोध किया था। लेकिन आज उन्होंने अपनी मेहनत की बदौलत एक नया मुकाम हासिल किया है।

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