विधानसभा क्षेत्र बड़सर में जलशक्ति विभाग का एक आला अधिकारी अपने घर के निर्माण कार्य में विभाग में रखे गए कर्मियों की सेवाएं भी ले रहा है। विभाग के मल्टी टास्क वर्कर, पंचायतों में पानी के टैंकों पर तैनात कर्मचारी और आउटसोर्स पर चल रही जलशक्ति विभाग की स्कीमों पर काम कर रहे कर्मचारी इस भवन के निर्माण में जुटे हैं। विभाग के अस्थायी कर्मचारियों से निजी कार्य करवाने के इस मामले का वायरल हुआ वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।
हालांकि, अमर उजाला इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जल शक्ति विभाग में अस्थायी तौर पर लगे चार कर्मचारी एक घर में मलबा, रेत-बजरी को उठा रहे हैं। उनकी ओर से घर के आंगन की साफ-सफाई की जा रही है। इन कर्मचारियों में एक कर्मचारी दिव्यांग भी है, जिससे मलबा उठवाया जा रहा है। जल शक्ति विभाग चकमोह में नियमों को ताक पर रखकर अस्थायी कर्मियों से निजी कार्य करवाया जा रहा है।
गांव में निजी कार्य के लिए भेजे गए उक्त कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विभाग के अधिकारियों की ओर से उन्हें डरा-धमकाया जा रहा है कि आपने नौकरी करनी है कि नहीं, आपको काम करना पड़ेगा या फिर नौकरी छोड़नी पड़ेगी। कर्मचारियों ने सरकार और विभाग के प्रधान सचिव से इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की है। उधर, जल शक्ति विभाग बड़सर के अधिशासी अभियंता डीआर चौहान ने इस मामले को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि पानी की पाइप ब्लॉक हुई थी, उसे ठीक करवाया गया है।