क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने के बाद हरभजन सिंह अब राजनीति में कदम रख सकते हैं। भज्जी ने कहा है कि वो हर पार्टी के नेता को जानते हैं और किसी भी पार्टी में शामिल होने से पहले इसके बारे में बताएंगे। वो पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। या तो राजनीति के जरिए या दूसरे तरीके से। हालांकि अब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास कई पार्टियों मेंं शामिल होने का ऑफर है, लेकिन सोच समझकर ही किसी पार्टी के साथ जुड़ेंगे। भज्जी ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कहा है। वो 2016 के बाद से भारत के लिए कोई मैच नहीं खेले थे, लेकिन आईपीएल खेल रहे थे। इसके बाद 41 साल की उम्र में भज्जी ने संन्यास का एलान किया।
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हरभजन सिंह ने कहा “भविष्य को लेकर मैंने अभी कुछ तय नहीं किया है, मैं क्रिकेट के साथ जुड़ा रहूंगा। क्रिकेट की वजह से ही लोग मुझे जानते हैं। जहां तक मेरे राजनीतिक करियर का सवाल है, मैं खुद इसका खुलासा करूंगा। जब भी ऐसा कुछ होगा, मैं सबको इस बारे में बताऊंगा। ईमानदारी से कहूं तो मैंने अभी तक इस बारे में कुछ सोचा नहीं है। मेरे पास कई राजनीतिक पार्टियों से ऑफर है, लेकिन मुझे बैठकर बहुत ही समझदारी से विचार करने की जरूरत है। यह छोटा फैसला नहीं होगा क्योंकि यह चुनौतीपूर्ण काम है और मैं इसे अधूरे मन से नहीं करना चाहता। जिस दिन मुझे ऐसा लगेगा कि मैं इसके लिए तैयार हूं, मैं इसमें चला जाऊंगा।”
विदेशी लीग में नहीं खेलेंगे हरभजन
क्रिकेट को लेकर अपने प्लान पर उन्होंने कहा “अगर मेरे पास क्रिकेट नहीं होता तो मैं इस स्तर तक नहीं पहुंच पाता। भगवान की मेरे ऊपर कृपा रही है। मेरा सफर बहुत ही बढ़िया रहा है। मैं लीजेंड लीग खेलने की कोशिश करूंगा। मैंने विदेशी लीग में खेलने के बारे में नहीं सोचा है। संन्यास लेने के पीछे उद्देश्य यही है कि परिवार के साथ ज्यादा समय बिता सकूं और मैं यही करने की कोशिश करूंगा। अगर मुझे प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना था तो मैं आईपीएल खेल सकता था। मुझे लगता है कि यह संन्यास लेने का सही समय है।”
हरभजन संन्यास लेने से 9 दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मिले थे। तब सिद्धू ने लिखा था-संभावनाओं से भरी तस्वीर.. चमकते सितारे भज्जी के साथ। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि हरभजन क्रिकेट के बाद राजनीति में नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं।
क्या कांग्रेस में शामिल होंगे भज्जी
मीडिया में पिछले कई दिनों से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि हरभजन को कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में जालंधर से उतारना चाहती है। हालांकि, भज्जी अब तक कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं। इस बारे में कांग्रेस ने भी कुछ नहीं कहा है।
सिद्धू भी क्रिकेट के बाद राजनीति मे आए
भारत के कई क्रिकेटर संन्यास लेने के बाद राजनीति में उतर चुके हैं। नवजोत सिंह सिद्धू और गौतम गंभीर मौजूदा समय में राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हैं। गंभीर भाजपा की तरफ से सांसद हैं। वहीं सिद्धू पहले भाजपा में थे और अब पाला बदलकर कांग्रेस में जा चुके हैं।
भाजपा में भी शामिल होने की उड़ी थी अफवाह
इससे पहले क्रिकेटर हरभजन सिंह के भाजपा में शामिल होने की अफवाहें उड़ी थीं, जिसके बाद खुद हरभजन सिंह को सामने आना पड़ा था। उन्होंने भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं को सिरे से खारिज करते हुए सोशल मीडिया में चल रही अफवाहों को झूठा बताया था। इससे पहले हरभजन की 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं तेज हुई थीं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।