अंबाला। थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को हरियाणा के अंबाला में स्थित खड़गा कोर मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने युद्धक तैयारियों, तकनीकी प्रगति और परिचालनिक समन्वय की विस्तार से समीक्षा की।

जनरल द्विवेदी को कोर द्वारा की जा रही उन पहलों की जानकारी दी गई, जिनका उद्देश्य अत्याधुनिक तकनीक को सेना की रणनीतिक क्षमताओं में समाहित करना और विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल को सुदृढ़ बनाना है।

ऑपरेशन सिंदूर में ड्रोन की सफलता की सराहना
दौरे के दौरान सेना प्रमुख ने हाल ही में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर में खड़गा कोर की भूमिका और ड्रोन तकनीक के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस अभियान में इस्तेमाल किए गए आधुनिक ड्रोन डिजाइन, प्रशिक्षण में नवाचार और लॉजिस्टिक्स के लिए अपनाए गए उन्नत समाधान भारतीय सेना की तकनीकी प्रगति का प्रतीक हैं।

पूर्व सैनिकों और नागरिक-सैन्य सहयोग पर भी हुई चर्चा
जनरल द्विवेदी ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए चल रही योजनाओं की भी जानकारी ली। उन्होंने नागरिक-सैन्य सहयोग को बढ़ाने, मानवीय सहायता अभियानों के विस्तार और सुरक्षा व्यवस्था को स्थायी रूप देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

सैनिकों के समर्पण की तारीफ
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस दौरान थलसेना प्रमुख ने विभिन्न रैंकों के सैनिकों से बातचीत की और राष्ट्र सेवा के प्रति उनके समर्पण व अनुशासन की प्रशंसा की।

‘खड़गा शक्ति’ अभ्यास का उल्लेख
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2024 में खड़गा कोर ने दो दिवसीय इंटीग्रेटेड फील्ड फायरिंग अभ्यास ‘खड़गा शक्ति’ आयोजित किया था, जिसका उद्देश्य युद्ध जैसी परिस्थितियों में संयुक्त हथियार संचालन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना था।