दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र में संपत्ति और पारिवारिक विवाद में एक कलयुगी बेटे ने नौकर को सुपारी देकर पिता की हत्या करवा दी। आरोपियों ने गला घोंटकर हत्या करने के बाद शव को बोरे में बंद कर उसे नाले में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले मृतक के बेटे लव भारद्वाज और नौकर के बेटे विशाल को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि नौकर जीतेंद्र फरार है।
पुलिस ने इनके निशानदेही पर बुधवार रात मृतक 67 साल के रमेश भारद्वाज की सड़ी गली लाश बरामद कर ली है। शुरुआती जांच में पता चला कि लव ने रुपयों का लालच देकर जितेंद्र और उसके बेटे से पिता की हत्या कराई। बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त निधिन वालसन ने बताया कि मृतक रमेश भारद्वाज परिवार के साथ आदर्श नगर इलाके में रहते थे। इनके परिवार में दो शादीशुदा बेटी और एक बेटा लव है।
गत 29 जनवरी को मृतक की बेटी एकता अरोड़ा ने नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में अपने पिता रमेश भारद्वाज के लापता होने की शिकायत की। उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता रमेश गत 28 से लापता हैं। वह अपनी स्कूटी से नरेला अपने नौकर जीतेंद्र से मिलने के लिए आए थे। उसने पिता के अगवा किए जाने का शक जताया। जांच में पता चला कि रमेश का नरेला औद्योगिक इलाके में फैक्टरी थी। जीतेंद्र उनका काफी पुराना नौकर था।
थाना प्रभारी मनोज कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। जीतेंद्र और उसका बेटा नरेला स्थित अपने घर से लापता था। दोनों का फोन बंद था। पुलिस ने आस पास के सीसीटीवी कैमरे की जांच की। जिसमें पता चला कि रमेश को आखिरी बार जितेंद्र के साथ देखा गया था। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की, जिसमें पता चला कि रमेश 28 जनवरी को रमेश भारद्वाज जितेंद्र के फ्लैट पर आए थे। पुलिस ने विशाल के सोशल मीडिया के जरिए उसका फोन नंबर लेने के बाद निगरानी कर उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
बेटे ने रची हत्या की साजिश, नौकर को दिए 35 हजार रुपये
पकड़े जाने के बाद पूछताछ में विशाल ने बताया कि रमेश भारद्वाज की हत्या उसके पिता जितेंद्र ने गला घोंटकर की। उसके बाद वह पिता के साथ शव को बोरे में डालकर उसने घर के पास ही नाले में ठिकाने लगा दिया। उसने बताया कि उसके पिता ने मृतक के बेटे लव के कहने पर वारदात को अंजाम दिया। लव ने उसके पिता को अग्रिम राशि के तौर पर 35 हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने विशाल के निशानदेही पर लव को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद पुलिस ने इलाके के एक नाले से रमेश का शव बरामद कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जितेंद्र अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।
बेटे का नाम रखा लव लेकिन उसके प्रेम विवाह से थे नाराज
लव ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रेम विवाह किया था। जिसकी वजह से उसके पिता काफी खफा थे। वह उसे अपनी संपत्ति से बेदखल करना चाहते थे और अपनी संपत्ति दोनों बहनों को देना चाहते थे। मृतक ने अपने बेटे और उसके परिवार को घर से निकालने के लिए वरिष्ठ नागरिक संरक्षण के तहत डीएम के समक्ष एक आवेदन भी दिया था। लव को डर था कि जल्द ही उसके परिवार को घर खाली करना पड़ेगा। तब उसने पिता की हत्या की साजिश रची। उसे पता था कि जीतेंद्र पर भारी कर्ज था। तब उसने पिता की हत्या के लिए जीतेंद्र की मदद ली। उसने उसे पैसे देने का लालच दिया। जिसकी वजह से वह रमेश की हत्या करने के लिए तैयार हो गया।