हिमाचल: पहाड़ी दरकने से हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह बाधित

हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद भारी बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। रविवार को मूसलाधार बारिश से मटौर-शिमला हाईवे पर पुराना कांगड़ा के पास पहाड़ी दरकने से रविवार सुबह हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह बाधित हो गया। रविवार को पुलिस प्रवेश भर्ती परीक्षा होने के चलते परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थी और यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। घंटों जाम में फंसता देख कई लोग बस से उतरकर पैदल कांगड़ा के लिए निकल लिए। हालांकि हाईवे जल्द बहाल न होने की संभावना के चलते गाड़ियों की आवाजाही पुराना कांगड़ा की वैकल्पिक सड़क से जारी रही, लेकिन पहाड़ी गिरने की वजह से सैकडों वाहन जाम में फंसे रहे। समेला से लेकर कांगड़ा बाईपास तक करीब तीन किमी के लंबे जाम में फंसे लोग यातायात बहाली का इंतजार करते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद सड़क से मलबा हटाया गया। वहीं, कुछ समय बाद फिर से पहाड़ी से चट्टानें गिरनी शुरू हो गईं। पुलिस ने एहतियातन फिर से हाईवे को बंद करवा दिया। डीएसपी सुनील राणा की मौजूदगी में पुलिस बल के साथ दमकल विभाग की गाड़ी को बुलाया गया। टूट रही पहाड़ी के बीच फंसे पत्थरों को दमकल की गाड़ी के तेज पानी की बौछारों के बाद हटाया गया। उसके बाद हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। डीएसपी सुनील राणा ने बताया कि हाईवे लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर बहाल करवाने में काफी समय लगा। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के चलते पुलिस प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की मदद ली। उन्होंने बताया कि अब सड़क पर यातायात को बहाल करवा दिया गया है।

 बाढ़ से सेब के बगीचे और फसलें तबाह
जिला किन्नौर में बरसात ने दस्तक के साथ ही  देर शाम सांगला तहसील की बटसेरी के सेरिडचे नाले में बाढ़ आई। इसमें थैमगारंग गांव के आधा दर्जन से अधिक किसान-बागवानों के सेब बगीचों को नुकसान पहुंचा है तो वहीं राजमा, ओगला और फाफरा सहित अन्य नकदी फसलों को भारी क्षति पहुंची है। इसके अलावा चार मछली टैंक भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राजस्व विभाग की टीम के मुताबिक बाढ़ से करीब दस लाख रुपये की संपत्ति के नुकसान का आकलन है। नाले में बाढ़ आने से किसानों और बागवानों के खेत मलबे से भर गए हैं। इसके कारण जहां सेब की फसलों को क्षति हुई हैं। वहीं खेतों में तैयार हो रही अन्य नकदी फसलें मलबे के ढेर में बरबाद हो गई हैं।बाढ़ आने से राम प्रसाद, नेक राम, हरदेव, कमल सैन, मालजीन, नंद कुमार और रणजीत सिंह के सेब के बगीचे सहित नकदी फसलों को नुकसान पहुंचा है। हरदेव और राम प्रसाद के दो फिश टैंक भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस थाना सांगला से थाना प्रभारी सांगला जनेश्वर ठाकुर की अगुवाई टीम मौके पर पहुंची। इसके अलावा राजस्व विभाग सांगला से कानूनगो अमरजीत नेगी, पटवारी दीप कमल नेगी ने भी घटनास्थल में पहुंचकर मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन किया। प्रारंभिक आकलन में करीब 10 लाख की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। तहसीलदार सांगला बीएल नेगी ने कहा कि बाढ़ की सूचना मिलते ही मौके पर राजस्व टीम को भेजा गया है। नुकसान की रिपोर्ट बनाकर मुआवजे के लिए जिला प्रशासन को भेज दी गई है।

बारिश से पंजाहल पंचायत में मकान क्षतिग्रस्त
मूसलाधार बारिश से नाहन विकास खंड की पंजाहल पंचायत में मकान क्षतिग्रस्त हो गया। दो कमरों के कच्चे मकान की छत और दीवार ढह गई। ऐसे में इसमें रहने वाले चार लोगों को अपने भाई के घर में शरण लेनी पड़ी है। पंजाहल पंचायत के काथला गांव के धनवीर सिंह का मकान रविवार सुबह क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना मिलते के बाद संबंधित हल्का पटवारी रोहित ने मौके का जायजा लिया। उन्होंने बताया इस आपदा में धनवीर सिंह को करीब 75000 का नुकसान हुआ है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। साथ मुआवजे के लिए कुछ दस्तावेज धनवीर सिंह मांगे गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल धनवीर अपने परिवार सहित भाई के साथ रह रहा है। उधर, बरसात के चलते कौलांवालाभूड़ के बलसार में बिज्जा देवी का डंगा डह गया, इसके चलते करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ है। रविवार को नाहन-शिमला एनएच पर चबाहां, दोसड़का, लादू आदि के पास पत्थर और मलबा आने से वाहनों को आवागमन में असुविधा हुई। इसके अलावा बारिश से नाहन मंडल की पांच, शिलाई मंडल की तीन और संगड़ाह मंडल की पांच सड़कें बंद हो गईं जिन्हें दोपहर बाद आवाजाही के लिए खोल दिया गया। 

छह घंटे बंद रहा शिलाई-पांवटा एनएच
सतौन(सिरमौर)। शनिवार रात को क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश से पांवटा-शिलाई एनएच 707 हेवना के समीप भूस्खलन से करीब छह घंटे बंद रहा। एनएच रात के समय बंद हुआ ऐसे में यहां से कम ही वाहन गुजरे। सुबह करीब 9:30 बजे इसे खुलवा दिया गया। एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि एनएच के हेवना के पास भूस्खलन के चलते सड़क बंद हो गई थी। एनएच के चौड़ीकरण में लगी कंपनी को इसे बहाल करने को कहा गया, जिसे 9:30 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। 

पानी का स्तर बढ़ने से जटोन बैराज के खोले तीन गेट
 क्षेत्र में शनिवार रात से रविवार सुबह तक भारी बारिश हुई। इससे सुबह के समय में जलाल नदी का जलस्तर एकदम से बढ़ गया। ऐसा होने से जटोन बैराज के तीनों गेटों को एक साथ खोलना पड़ा। रविवार सुबह 5:20 मिनट पर बैराज में एकाएक 81.79 क्यूमेकस पानी भर गया। ऐसे में पानी को बाहर निकालने के लिए तीनों गेटों को एक साथ नौ से 12 इंच तक खोलना पड़ा। पानी निकल जाने के बाद गेट बंद कर दिए गए। परियोजना के कार्यवाहक आरई अशोक ने बताया कि पानी का स्तर बढ़ने से बैराज के तीन गेटों को खोलना पड़ा।

नदियों में जल स्तर बढ़ने पर प्रशासन ने किया अलर्ट
पांवटा साहिब प्रशासन व पुलिस ने जल स्तर बढ़ने के चलते नदी नालों से दूर रहने की हिदायत दी है। एसडीएम पांवटा विवेक महाजन और डीएसपी बीर बहादुर ने कहा है कि किसी भी आपदा से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने आम जन मानस से अपील की है कि नदी नालों के समीप ना जाए।

तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट  

उधर, प्रदेश में 7 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 5 जुलाई के लिए भारी बारिश व अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। जबकि 6 व 7 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है।  मौसम विभाग ने सिरमौर, सोलन, शिमला, मंडी, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर व ऊना जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बीते 24 घंटों के दौरान धौलाकुआं में120, रेणुका 95, मंडी 88, बिलासपुर 73, घुमारवीं 57, भराड़ी 55, गग्गल 54, बलद्वाड़ा 53, ऊना 52, रामपुर (ऊना)51, देहरा गोपीपुर 49, पांवटा साहिब 48, जुब्बड़हट्टी 46, कुमारसेन 43, मशोबरा-35, सुन्नी 34 पंडोह 33, कुफरी 31, झंडुता 30, कंडाघाट 29, पालमपुर और सुंदरनगर 27-27, बंजार 25, धर्मशाला 23, रामपुर 21 और नारकंडा में 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।  

  अधिकतम तापमान
शिमला में अधिकतम तापमान 23.6, सुंदरगनर 32.4 भुंतर 31.8, कल्पा 26.0, धर्मशाला 29.0, ऊना 31.4, नाहन 29.8, केलांग 27.0, पालमपुर 27.7, सोलन 20.7, मनाली 26.4, कांगड़ा 31.1, मंडी 33.4, बिलासपुर 33.0, हमीरपुर 32.5 चंबा 27.4, डलहौजी 21.7 और रिकांगपिओ में 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.0, सुंदरनगर 21.2, भुंतर 22.4, कल्पा 14.6, धर्मशाला 20.0, ऊना 20.0, नाहन 22.8, केलांग 13.2 पालमपुर 19.5, सोलन 21.4, मनाली 18.4, कांगड़ा 22.2, मंडी 21.6, बिलासपुर 24.0, हमीरपुर 22.5, चंबा 23.7 डलहौजी 17.7, कुफरी 14.1, रिकांगपिओ 17.6 और पांवटा साहिब में 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

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