हिमाचल: जोरदार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर, जगह-जगह भूस्खलन

हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। सामान्य से पांच दिन देरी से मानसून की जोरदार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। जगह-जगह भूस्खलन व मलबा आने से व्यापक नुकसान हुआ है। इससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। भूस्खलन की चपेट में आने से कई जगह गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।  

प्रदेश में चार जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश जारी रहने के आसार हैं। प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को नदी-नालों में न उतरने की चेतावनी दी है। चंबा जिले में भारी बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कारण भरमौर- पठानकोट हाईवे समेत दो दर्जन मार्ग बंद हो गए। कुल्लू जिले में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश से  मोगीनंद में पांवटा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे तालाब बन गया। तस्वीरें में देखें भारी बारिश से हुई तबाही…

हवा में लटकी कार।

चंबा के सलूणी-सुंडला मुख्य सड़क मार्ग पर कैला मोड़ के समीप एक कार हवा में लटक गई। सवारियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तुरंत गाड़ी से बाहर निकल अपनी जान बचाई। जानकारी के अनुसार सलूणी-सुंडला मुख्य मार्ग पर कैला में भारी बारिश से डंगा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी वजह से यह हादसा हुआ। रस्सी लगाकर सड़क से बाहर लटकी कार को निकाला गया। 

मलबे में दबे वाहन।

जिले में अलग-अलग जगहों में दो बाइकों के अलावा कारें, ट्रैक्टर मलबे में दब गए हैं। वहीं, भरमौर-पठानकोट हाईवे बंद हो गया है। इसके अलावा करीब दो दर्जन मार्ग भी बंद हो गए हैं। 

कार पर गिरे पत्थर।

राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में सड़कों पर पानी जमा होने से प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल गई। वहीं, कालका-शिमला हाईवे पर सोलन जिले के धर्मपुर के समीप कार पर पहाड़ी से पत्थर गिर गए। हालांकि बड़ा हादसा टल गया। देर रात हुई बारिश से जिले में एक दर्जन संपर्क मार्ग बंद हाे गए हैं।

सोलन में कार पर गिरे पत्थर।

बरसात का मौसम आते ही कालका-शिमला एनएच पर पत्थर गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रशासन ने वाहन चालकों को एहतियात बरतने के लिए कहा है। साथ ही पर्यटकों व स्थानीय लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।

सैंज में गिरा विशालकाय पेड़।

उधर, कुल्लू जिले में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सैंज में काटलू नाला में एक विशालकाय पेड़ गिरने से पेयजल स्कीम क्षतिग्रस्त हो गई है। बारिश से जिले के नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को नदी-नालों में न उतरने की चेतावनी दी है।

ढंगा धंसने से हवा में लटकी कार।

भारी बारिश से मोगीनंद में पांवटा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे तालाब बन गया। इससे वाहन चालकों समेत राहगीरों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। जगह-जगह जलभराव हुआ है। पूरे सिरमौर में बारिश हुई है। 

भूस्खलन से सड़क क्षतिग्रस्त।

 मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी 72 घंटों के दौरान भारी बारिश के चलते शिमला और सिरमौर जिला के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। जिला प्रशासन को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। शिमला में आज सुबह से मौसम खराब बना हुआ है।

पुल पर जमा हुआ पानी।

पुल पर जमा हुआ पानी। – फोटो : संवादराष्ट्रीय राजमार्ग शिमला-धर्मशाला के तहत हमीरपुर जिले के नादौन पुल पर बारिश का पानी जमा होने से पुल के क्षतिग्रस्त होने को खतरा बढ़ गया है। 

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