हिमाचल की बेटी और पद्मश्री कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई में बीएमसी की कार्रवाई से प्रदेश के लोगों में भारी गुस्सा।
गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं समेत अन्य संगठनों ने उद्धव सरकार के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन किए।
पूर्व सैनिक भी कंगना के समर्थन में उतर आए हैं।
मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और शिमला जिले में कंगना के समर्थन में रैलियां निकाली गईं और उद्धव ठाकरे के पुतले फूंके गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ज्ञापन भेजे गए।
करणी सेना की जिला बिलासपुर इकाई ने जिला मुख्यालय के चंपा पार्क के पास प्रदेश संगठन महामंत्री शशि शर्मा के नेतृत्व में विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान मुंबई में कंगना का दफ्तर तोड़ने के विरोध में महाराष्ट्र सरकार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, प्रवक्ता संजय राउत और शिवसेना का पुतला फूंका गया।
उधर, ऊना जिले में भी कई जगह भाजपा, विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने संजय राउत और उद्धव ठाकरे का पुतला जलाया। गगरेट में भाजपाइयों ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। विहिप और बजरंग दल की बंगाणा इकाई ने भी विरोध जताया।
प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी सुमित शर्मा ने कंगना के कार्यालय तोड़ने को महाराष्ट्र सरकार का फासीवादी निर्णय करार दिया। रामपुर भाजपा ने भी एसडीएम सुरेंद्र मोहन के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा। कुल्लू में भाजपा और करणी सेना ने कंगना का समर्थन किया। भाजपा ने जिला मुख्यालय के साथ मनाली और सैंज में धरना दिया।
करणी सेना ने ढालपुर में भी रैली निकाली। कुल्लू कांग्रेस ने बैठक कर कंगना के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया है।नाहन में भाजपा ने कंगना के समर्थन में रैली निकाली। जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। पद्मश्री से सम्मानित कंगना के पक्ष में पांवटा साहिब में भाजपा ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।