गगहा बड़हलगंज मार्ग पर वाहनों की चेकिंग के दौरान ओवरलोड ट्रक रोकने पर मनबढ़ों ने दिनदहाड़े आरटीओ के यात्रीकर अधिकारी विजय किशोर आनंद पर हमला कर दिया और ट्रक चढ़ाकर सिपाही को जान से मारने की कोशिश की। इसमें असफल होने पर पत्थर बरसाकर घायल कर दिया। यात्रीकर अधिकारी की तहरीर पर गगहा थाने में जान से मारने की कोशिश, सरकारी काम में बाधा डालने, तोड़फोड और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है। गगहा पुलिस ने सोनभद्र के रोबर्टसगंज विशुनलाल सेमरी के ट्रक मालिक इम्तियाज, आरिफ, विकास नायक समेत पांच-छह अज्ञात पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है।
यात्रीकर अधिकारी विजय किशोर आनंद ने तहरीर देकर बताया कि बृहस्पतिवार सुबह 10 बजे गगहा बड़हलगंज रोड पर राउतपार मोड़ पर वाहनों की चेकिंग के दौरान एक गिट्टी लदी हुई ओवरलोड ट्रक नंबर UP53ET4824 को रोका गया। चालक को गाड़ी थाने पर ले चलने के लिए कहा गया। इस पर चालक आरिफ ने मना कर दिया और कॉल करके अन्य लोगों को बुला लिया। एक सफेद रंग की कार नंबर UPS3EM6153 से 5-6 लोग आए। वाहन विशाल ट्रेडिंग कंपनी राईस मिल के नाम पंजीकृत है।
‘मैं प्रयागराज का सीओ बोल रहा हूं, जिंदा नहीं लौट पाओगे’
वाहन कर अधिकारी ने आरोप लगाया कि कार से आए लोगों ने ट्रक को ले जाने से रोक लिया। फिर जबरदस्ती किसी व्यक्ति से अपने मोबाईल से बात कराई। मोबाइल पर बात करने वाले ने कहा, ‘मैं प्रयागराज का सीओ विकास कुमार नायक बोल रहा हूं। बड़हलगंज में ही मेरा घर है, आगे फिर वहां पर गाड़ी चेक नहीं करने दिया जाएगा, मेरी गाड़ी को हाथ लगाने की किसी की हिम्मत नहीं है। परिवहन विभाग के सभी अधिकारी मुझे जानते हैं।’ आगे उसने धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम गाड़ी बंद करने ले गए तो यहां से जिंदा नहीं लौट पाओगे।
कार चढ़ाकर मारने की कोशिश
वाहन कर अधिकारी ने बताया कि मैंने कॉल काटकर धमकी को अनसुना कर फिर ट्रक को थाने ले जाने के लिए कहा। तब गगहा के बेलादार राउतपार मोड पर फिर ट्रक को रोक लिया गया। जब मेरे प्रवर्तन स्टाप ने उसका विरोध किया तब चालक ने कार चढ़ाकर सिपाही को जान से मारने की कोशिश की। किसी तरह सिपाही ने भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद उसके साथियों ने सिपाही और मेरे ऊपर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। फिर हम लोग अपनी गाड़ी में दुबक गए।
वर्दी का कॉलर पकड़कर दी धमकी
आरोप है कि मनबढ़ों ने गाड़ी में बैठे यात्रीकर अधिकारी के वर्दी की कॉलर पकड़कर धमकी दी कि तुम गाड़ी को नहीं ले जा सकते, अगर ले जाने की कोशिश की तो यहीं मारे जाओगे। यह कहते हुए वाहन से बाहर खींचने का प्रयास किया। इसी बीच प्रवर्तन सिपाही ने ट्रक भगा दिया। इसके बाद हम लोग भी गाड़ी से भागने लगे, तब मनबढ़ गाड़ी में घुसकर थप्पड़ बरसाने लगे। इसके बाद भी हम लोग ट्रक को थाने तक ले आए।
यात्रीकर अधिकारी विजय किशोर आनंद ने बताया कि ट्रक में करीब 60 टन गिट्टी लदी थी, जबकि 30 टन एक ट्रक पर लादकर ले जाने का मानक है। मानक से दोगुना गिट्टी लदी देख ट्रक रोकी गई थी। इसके बाद मनबढ़ों ने हमला बोल दिया। किसी तरह मैं और मेरा सिपाही जान बचानकर वहां से भागे।