पाकिस्तानी सेना के 12 जवानों की मौत, बलोच आर्मी ने आईईडी विस्फोट से उड़ाई गाड़ी

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान पर मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। भारत ने इस हमले के जवाब में कड़ा रुख अपनाते हुए कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनसे पाकिस्तान पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। बुधवार को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा।

इसी बीच बलूचिस्तान से भी पाकिस्तान के लिए एक और झटका सामने आया है। बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना के एक वाहन को निशाना बनाते हुए IED विस्फोट किया, जिसमें 12 सैनिकों की मौत हो गई। इस हमले ने पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बलूच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) के स्पेशल टैक्टिकल ऑपरेशन स्क्वैड (STOS) ने बोलन के माच कुंड क्षेत्र में एक रिमोट कंट्रोल IED से बड़ा धमाका कर दिया. इस धमाके के जरिए उन्होंने पाकिस्तानी सेना की गाड़ी को निशाना बनाया, जिसमें 12 जवानों की मौत हो गई. यह हमला तब किया गया जब जवान किसी मिलिट्री ऑपरेशन में जा रहे थे.

धमाके के बाद हवा में उड़ गए सेना के जवान

पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच क्षेत्र में सुरक्षाबल की एक गाड़ी पर घात लगातार IED से हमला किया गया. यह हमला मंगलवार को किया गया था. लेकिन हमले की फुटेज अब सोशल मीडिया पर सामने आई है. फुटेज में दिख रहा है कि धमाके के बाद गाड़ी में सवार जवान कई मीटर तक हवा में उड़ गए. जवानों के चिथड़े भी हो गए.

हमले के बाद पाकिस्तानी सेना की ओर से कहा गया कि बलूच लिबरेशन आर्मी के आतंकवादियों ने माच क्षेत्र में सुरक्षाबल की एक गाड़ी को विस्फोटकों से निशाना बनाया. सेना ने बताया था कि इस हमले में उसके 7 सैनिक मारे गए हैं. आतंकवादियों को मार गिराने के लिए इलाके की तलाशी ली जा रही है.

लंबे समय से अशांत चल रहा बलूचिस्तान

पाकिस्तानी सेना की ओर से दावा किया गया कि पिछले हफ्ते पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने देश के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में 2 अलग-अलग घटनाओं में 10 आतंकवादियों को मार दिया था.

हालांकि बलूच लिबरेशन आर्मी पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लगातार हमले कर रही है और उसे खासा नुकसान भी पहुंचा रही है. मार्च में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस का बलूच लिबरेशन आर्मी के लोगों ने अपहरण कर लिया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे. इसमें बड़ी संख्या में पाकिस्तान के सैनिक मारे गए थे.

स्थानीय बलूच लोगों और पार्टियों की ओर से लगातार किए जा रहे हमले की वजह से बलूचिस्तान लंबे समय से अशांत है. वहां पर पिछले 2 दशकों से अशांति बनी है और लगातार हमले किए जा रहे हैं. स्थानीय बलोच नेताओं का आरोप है कि देश की संघीय सरकार बलूचिस्तान की कीमती खनिज संपदा का दोहन कर रही है और उसके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रही है.

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