ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्पन्न हालात पर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई। बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस संकट में वे सरकार के साथ हैं। उन्होंने बताया कि कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को गोपनीयता का हवाला देकर साझा नहीं किया गया। राहुल गांधी ने भी सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक में भाग लिया। बैठक में सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद की रणनीति और संभावित जवाबी कार्रवाई पर चर्चा की।
कांग्रेस का समर्थन और पीएम का दौरा रद्द
कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ एकजुटता दिखाते हुए ‘संविधान बचाओ रैलियों’ सहित सभी निर्धारित कार्यक्रम स्थगित कर दिए। साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने भी तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए 13 से 17 मई तक होने वाले नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड के दौरे को रद्द कर दिया।
सेना की सतर्कता और निगरानी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद युद्धविराम उल्लंघन की किसी भी संभावना को देखते हुए सेना हाई अलर्ट पर है।
- ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के गढ़ पर प्रहार
6 से 7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे तक भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में 25 मिनट के भीतर 24 मिसाइलों से नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया गया। इनमें से पांच ठिकाने पीओके में और चार पाकिस्तान में स्थित थे। इन स्थानों पर आतंकियों की भर्ती और प्रशिक्षण किया जाता था। इस हमले में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के दस सदस्यों की भी मौत हो गई।