ईरान और इजरायल के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के बीच अब अमेरिका ने सीधी दखल दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर हवाई हमला किया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी साझा करते हुए लिखा, “अब समय है शांति का। ऐसी सैन्य कार्रवाई कोई और सेना नहीं कर सकती थी।”
अमेरिका ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया है, वे ईरान के फोर्डो, नतांज और एस्फहान क्षेत्रों में स्थित हैं। बताया जा रहा है कि हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप देश को संबोधित कर सकते हैं।
ट्रंप बोले – “सभी विमान सुरक्षित लौटे”
अपने पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि अमेरिकी सेना ने इन तीनों ठिकानों पर एक साथ बमबारी की और सभी लड़ाकू विमान सुरक्षित लौट आए। उन्होंने अमेरिकी फौज की सराहना करते हुए कहा, “दुनिया की कोई दूसरी सेना ऐसा करने में सक्षम नहीं है।”
हमले से पहले गुआम पहुंचाए गए थे बी-2 बॉम्बर्स
सूत्रों के अनुसार, ईरान पर कार्रवाई से पहले अमेरिका ने प्रशांत द्वीप गुआम में अपने बी-2 बॉम्बर विमानों की तैनाती कर दी थी। उस समय चर्चा थी कि राष्ट्रपति ट्रंप इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि क्या अमेरिका को ईरान के विरुद्ध इजरायल के साथ कदमताल करना चाहिए।
बी-2 बॉम्बर, 30,000 पाउंड वजनी GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर जैसे बम ले जाने में सक्षम है, जिसे भूमिगत ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए तैयार किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हथियार ईरान के परमाणु ठिकानों, विशेषकर फोर्डो जैसे सुरक्षित ठिकानों पर हमले के लिए उपयुक्त है।
अधिकारियों ने जानकारी देने से किया इनकार
सूचना देने वाले अधिकारियों ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि फिलहाल बॉम्बर्स को गुआम से आगे भेजने का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। यह स्पष्ट नहीं किया गया कि कितने बी-2 विमानों को तैनात किया गया है। इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक पेंटागन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।