टेस्ला के सीईओ और अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने अमेरिकी राजनीति को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक सर्वेक्षण के जरिए सवाल उठाया है कि क्या रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टियों के विकल्प के रूप में अब एक नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत का समय आ गया है।
17 मिनट में 1.62 लाख से ज्यादा वोट
मस्क द्वारा 5 जून की रात 11:27 बजे शेयर किए गए पोल को मात्र 17 मिनट में 1.62 लाख से अधिक लोगों ने वोट किया। इस पोल में उन्होंने पूछा था कि क्या अमेरिका को ऐसी पार्टी की आवश्यकता है जो देश की मध्यमवर्गीय आबादी के 80% हिस्से का सही मायनों में प्रतिनिधित्व कर सके। सोशल मीडिया पर मस्क की लोकप्रियता का असर इस पोल में दिखा, जहां लोगों ने तेजी से अपनी राय दी।
मस्क का दावा: ट्रंप को मेरे समर्थन से मिला फायदा
इससे पहले मस्क ने दावा किया था कि अगर उन्होंने ट्रंप का समर्थन नहीं किया होता, तो 2024 का राष्ट्रपति चुनाव ट्रंप हार सकते थे। उन्होंने कहा कि उनके समर्थन के बिना डेमोक्रेट्स को प्रतिनिधि सभा में बहुमत मिल सकता था, जबकि रिपब्लिकन केवल मामूली अंतर से सीनेट में बढ़त पाते।
टैक्स बिल को लेकर बढ़ा विवाद
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब ट्रंप प्रशासन ने एक नया टैक्स बिल पेश किया, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों और सोलर पैनल्स पर मिलने वाली छूट में कटौती की गई है। ट्रंप का कहना है कि मस्क इस फैसले से नाखुश हैं क्योंकि इससे ईवी इंडस्ट्री को मिलने वाली वित्तीय मदद कम हो गई है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ओवल ऑफिस में ट्रंप ने मस्क को लेकर कहा, “मैं एलन को पसंद करता हूं, लेकिन वह मुझसे नाराज़ हैं क्योंकि हमने ईवी इंसेंटिव्स खत्म कर दिए। अब वे सरकार से अरबों डॉलर की सब्सिडी चाहते हैं, जबकि ईवी सेक्टर पहले से ही संघर्ष कर रहा है।”
मस्क का पलटवार
ट्रंप के इन बयानों के जवाब में मस्क ने X पर सिर्फ एक शब्द लिखा—”Whatever”। इसके साथ ही उन्होंने यह भी लिखा कि टैक्स बिल में ईवी और सोलर सेक्टर पर कटौती तो की गई, लेकिन तेल और गैस कंपनियों को मिलने वाली सब्सिडी में कोई बदलाव नहीं किया गया, जो उनके अनुसार अनुचित है।
मामले की जड़ क्या है?
इस विवाद की मुख्य वजह नया टैक्स बिल है, जिसमें हरित ऊर्जा क्षेत्र की सब्सिडी में कटौती की गई है, जबकि पारंपरिक ऊर्जा कंपनियों को राहत दी गई है। मस्क का कहना है कि यह बिल एकतरफा है और उद्योग के हितों को नजरअंदाज करता है। ट्रंप का आरोप है कि मस्क इसलिए नाराज़ हैं क्योंकि उनके द्वारा सुझाए गए नासा प्रमुख के नाम को भी खारिज कर दिया गया था।