भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है, जिससे उनके टेस्ट करियर को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है। रोहित टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, जिन्होंने 67 टेस्ट मैचों में 12 शतक और 18 अर्धशतक की मदद से 40.57 के औसत से 430 रन बनाए।
रोहित के संन्यास के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय टीम को इंग्लैंड दौरे पर नया टेस्ट कप्तान मिलेगा। इस दौड़ में जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत प्रमुख उम्मीदवार हैं।
रोहित का फॉर्म रहा खराब
रोहित शर्मा 2024-25 सीजन में खराब फॉर्म से गुजर रहे थे। उन्होंने 15 टेस्ट मैचों में सिर्फ 10.83 के औसत से 164 रन बनाए। बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इसके बाद, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में वे अपने बेटे के जन्म के कारण नहीं खेले थे। एडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट में जब रोहित वापसी करते हैं, तो उन्होंने ओपनिंग नहीं की, और यशस्वी जायसवाल व केएल राहुल को पारी का आगाज करने भेजा था।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संघर्ष
रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन संघर्ष करते हुए नजर आए। ब्रिसबेन में तीसरे टेस्ट में उन्होंने महज 10 रन बनाए। इसके बाद, रोहित ने शीर्ष क्रम में वापसी की, लेकिन मेलबर्न टेस्ट में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और उन्होंने तीन और नौ रन बनाए। इस दौरान शुभमन गिल को चौथे टेस्ट से बाहर रखा गया था, और फिर पांचवे टेस्ट के लिए रोहित की जगह गिल को टीम में शामिल किया गया।