भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने गुरुवार को अंतरिक्ष की अपनी पहली ऐतिहासिक यात्रा पूरी करते हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में प्रवेश कर लिया। वे आईएसएस में कदम रखने वाले 634वें अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। लगभग 28 घंटे की उड़ान के बाद वे सफलतापूर्वक स्टेशन पहुंचे। उनके साथ इस मिशन में पोलैंड के स्लावोश उज्नान्स्की-विसनिवस्की और हंगरी के तिबोर कापू भी पहली बार अंतरिक्ष में पहुंचे हैं।
आईएसएस पहुंचने पर मिशन कमांडर पेगी व्हिटसन और ‘एक्सपीडिशन 73’ के अन्य सदस्यों ने सभी अंतरिक्ष यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। गले मिलकर और हाथ मिलाते हुए सभी ने उनके मिशन की शुरुआत का अभिनंदन किया।
शुभांशु बोले – यह यात्रा गर्व का विषय
स्वागत समारोह में संबोधन के दौरान शुभांशु शुक्ला ने कहा, “मैं 634वां अंतरिक्ष यात्री हूं और यहां तक पहुंचना मेरे लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धि आपके समर्थन और आशीर्वाद से ही संभव हुई है। अभी सिर थोड़ा भारी लग रहा है, लेकिन हम जल्द ही इस माहौल के अभ्यस्त हो जाएंगे। यह तो बस शुरुआत है।”
अगले 14 दिन होंगे अनुसंधान से भरपूर
शुक्ला ने जानकारी दी कि वे आगामी दो हफ्तों तक अपने साथियों के साथ मिलकर वैज्ञानिक अनुसंधान करेंगे और पृथ्वीवासियों से संवाद भी बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा, “यह भारत के अंतरिक्ष अभियान का एक अहम अध्याय है। मैं तिरंगा लेकर आया हूं और आप सभी देशवासियों को साथ लेकर आया हूं। अगले 14 दिन बेहद खास होंगे।”
आईएसएस में मिला अपनापन
उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचकर उन्हें घर जैसा महसूस हुआ। “यह अनुभव मेरी कल्पनाओं से कहीं अधिक सुंदर है। यहां का स्वागत और सहयोग देखकर ऐसा लगा जैसे अपने ही घर आ गया हूं।”