
दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को चार दिन में ही 5 विकेट से हराकर पहली बार सीनियर स्तर पर विश्व खिताब जीतने का गौरव प्राप्त किया। यह मुकाबला ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया, जहां दक्षिण अफ्रीका ने 33 साल का इंतजार खत्म कर क्रिकेट इतिहास में नई उपलब्धि दर्ज की।
इस ऐतिहासिक जीत में तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा और सलामी बल्लेबाज़ एडन मार्करम ने अहम भूमिका निभाई। रबाडा ने कुल 9 विकेट चटकाए, वहीं मार्करम ने चौथी पारी में शानदार 136 रन की पारी खेली। कप्तान टेम्बा बावुमा ने हैमस्ट्रिंग की चोट से जूझते हुए 66 बहुमूल्य रन बनाए।
जैसे ही काइल वेरेयना ने विजयी रन बनाया, लॉर्ड्स में मौजूद दक्षिण अफ्रीकी ड्रेसिंग रूम और दर्शक खुशी से झूम उठे। यह जीत उन तमाम वर्षों की निराशा और हार का जवाब थी, जब दक्षिण अफ्रीका विश्व खिताब के दरवाजे तक पहुंचकर चूक गया था। इससे पहले टीम ने आखिरी ICC ट्रॉफी 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीती थी।
बावुमा-मार्करम की शतकीय साझेदारी ने रखी जीत की नींव
282 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 213 रन बना लिए थे। तीसरे विकेट के लिए कप्तान बावुमा और मार्करम ने 147 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। बावुमा जहां तीसरे दिन 65 रन बनाकर नाबाद लौटे थे, वहीं चौथे दिन वह केवल एक रन और जोड़ सके और पैट कमिंस की गेंद पर पवेलियन लौटे।
मार्करम की शतकीय पारी बनी जीत की नींव
बावुमा के आउट होने के बाद भी मार्करम डटे रहे और टीम को जीत के करीब ले गए। हालांकि वह लक्ष्य से महज 7 रन पहले आउट हो गए, लेकिन तब तक दक्षिण अफ्रीका की जीत तय हो चुकी थी। उनकी 136 रन की पारी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इतिहास में यादगार बन गई।