अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि ईरान अब अमेरिका से बातचीत की इच्छा जता रहा है, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए स्पष्ट कर दिया कि अब बहुत देर हो चुकी है। यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरान और इज़राइल के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है और अमेरिका की भूमिका पर वैश्विक स्तर पर चर्चा हो रही है।
ट्रंप बोले, केवल संघर्षविराम नहीं, व्यापक समाधान चाहिए
डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व में इस संघर्ष से अमेरिका को दूर रखने की बात कही थी, मगर अब उन्होंने यह संकेत दिया है कि अमेरिका को केवल युद्ध विराम पर नहीं रुकना चाहिए, बल्कि एक व्यापक समझौते की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। उनका मानना है कि यदि सही दिशा में पहल की जाए तो अमेरिका के लिए यह एक बड़ी कूटनीतिक जीत साबित हो सकती है।
सौदेबाजी की रणनीति पर कायम ट्रंप
ट्रंप हमेशा से खुद को एक सफल सौदेबाज़ की छवि में पेश करते रहे हैं। उनके ताज़ा बयान इस ओर इशारा करते हैं कि वे केवल शांति स्थापना के लिए नहीं, बल्कि बड़े राजनीतिक या रणनीतिक समझौते के पक्ष में हैं। हालांकि, ईरान के साथ संभावित बातचीत को उन्होंने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि अब ‘बहुत देर हो चुकी है’।
ईरान-इज़राइल तनाव से बढ़ी युद्ध की आशंका
बीते कुछ सप्ताहों में ईरान और इज़राइल के बीच तनावपूर्ण हालात और सैन्य कार्रवाईयों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है। दोनों देशों के बीच जवाबी हमले हो चुके हैं, जिससे क्षेत्र में युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। वैश्विक शक्तियाँ इस समय दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रही हैं ताकि पश्चिम एशिया में किसी बड़े संघर्ष की नौबत न आए।