हिमाचल प्रदेश के सोलन में महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें महिला का पति, प्रमाणपत्र बनाने वाला दलाल और नगर निगम सोलन का श्मशानघाट में तैनात कर्मी शामिल है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि पति ने यह कार्य पत्नी की इश्योरेंस राशि को हड़पने के लिए किया था। इसके लिए उसने अपनी जिंदा पत्नी का फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बना दिया था।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि 14 मार्च को इस मामले में महिला के पति विशाल गोयल निवासी माया गार्डन जीरकपुर जिला एसएएस नगर मोहाली, पंजाब (50) को जीरकपुर से गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी की पत्नी मोनिका गोयल की 85 लाख रुपये की इंश्योरेंस पॉलिसी है। उन्हीं पैसों के लालच में इसने यह काम किया है, क्योंकि उसे पैसे की जरूरत थी। आरोपी को पता चला था कि आसानी से फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बन जाते हैं। इसे यह भी पता चला कि सुरेश शर्मा नामक व्यक्ति कमीशन देकर फर्जी प्रमाणपत्र बनवा देता है।
इस पर आरोपी ने उक्त व्यक्ति से संपर्क कर पत्नी का आधार कार्ड व राशन कार्ड देकर उसका जाली प्रमाणपत्र तैयार करवाया। गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश कर 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया। उससे कड़ी पूछताछ के बाद पुलिस थाना सदर सोलन की टीम ने दो अन्य आरोपियों सुरेश शर्मा निवासी मेड़ोबाग तहसील पच्छाद, जिला सिरमौर और श्मशानघाट में काम करने वाले नगर निगम के कर्मचारी धर्मपाल निवासी आदर्श नगर धोबीघाट रोड सोलन को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों के पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल की जा रही है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। मामले में जांच जारी है।
यह था मामला, अमर उजाला ने किया था खुलासा
सोलन शहर में एक जिंदा महिला का कागजों में दाह संस्कार कर दिया गया था। इसका खुलासा तब हुआ, जब महिला खुद नगर निगम दफ्तर पहुंच गई। हैरत की बात तो यह थी कि महिला के नाम पर श्मशानघाट में लकड़ी तक की खरीद की थी। इसके लिए महिला का आधार कार्ड तक दिखाया गया। इसी के साथ मोक्षधाम चंबाघाट में फार्म-2 भरने के बाद दो प्रत्यक्षदर्शियों के हस्ताक्षर भी थे। इतना सब होने के बावजूद महिला की मृत्यु का प्रमाणपत्र बनाने के लिए पति के हस्ताक्षर की अर्जी नगर निगम में आई। आवेदन और फॉर्म-2 के मुताबिक नगर निगम ने संबंधित दस्तावेज को देखते हुए मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया। महिला ने नगर निगम में इसे रद्द करने के लिए आवेदन किया था। इसके बाद नगर निगम ने इसकी शिकायत पुलिस को दी थी। पांच जनवरी को महिला का कागड़ों में दाह संस्कार कर दिया गया था। तीन फरवरी को नगर निगम में मामला सामने आया था और छह फरवरी को पुलिस में शिकायत दी थी।