परिवहन शोध एवं चोट निवारण केंद्र स्थापित करेगा आईआईटी दिल्ली

नयी दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली एक परिवहन अनुसंधान और चोट निवारण केंद्र (टीआरआईपी-सी) स्थापित करेगा जो शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश करेगा और भारत तथा समान सामाजिक-आर्थिक स्थिति वाले क्षेत्रों में सुरक्षित परिवहन और शहरी गतिशीलता विकल्पों के लिए मानक विकसित करने का प्रयास करेगा।

अधिकारियों के अनुसार, केंद्र उन पेशेवरों को भी प्रशिक्षित करेगा जो सुरक्षित परिवहन बुनियादी ढांचे के विकास और रखरखाव के लिए कौशल से लैस हैं।

संस्थान एक अंतःविषय कार्यक्रम के रूप में 2002 से परिवहन अनुसंधान एवं चोट निवारण कार्यक्रम (टीआरआईपीपी) चला रहा है। प्रोग्राम की स्थापना यातायात सुरक्षा विशेषज्ञ दिनेश मोहन ने की थी, जिनकी पिछले महीने कोविड-19 से संबंधित जटिलताओं के कारण मृत्यु हो गई थी।

केंद्र मानव शक्ति को प्रशिक्षित करेगा और सुरक्षित एवं टिकाऊ परिवहन में विशेषज्ञ तैयार करेगा। इसका उद्देश्य सर्वश्रेष्ठ संकाय, छात्रों और कर्मचारियों को आकर्षित करना है।

टीआरआईपीपी के समन्वयक के रामचंद्र राव ने कहा, ‘‘आगामी केंद्र में एक अंतःविषय कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए एक अनूठा स्वरूप है और लक्ष्य मूल अनुसंधान विषयों के माध्यम से अधिक ऊंचाइयों को प्राप्त करने का होगा जो सुरक्षित परिवहन और शहरी गतिशीलता विकल्पों के मानकों को विकसित करने का प्रयास करेगा।

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