कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शांतनु सेन को बंगाल मेडिकल काउंसिल ने दो वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई उनके द्वारा चिकित्सा कार्य के दौरान कथित तौर पर एक विदेशी डिग्री का आधारहीन दावा करने को लेकर की गई है।
बंगाल मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. सुदीप्तो रॉय ने बताया कि डॉ. सेन काउंसिल को अपनी विदेशी डिग्री के संबंध में संतोषजनक प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए। रॉय ने बताया कि उन्हें 3 जुलाई को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
प्रमाण नहीं दे सके सेन
काउंसिल के अनुसार, डॉ. सेन ने केवल प्रमाण पत्र की प्रति जमा की, लेकिन इसके अतिरिक्त कोई वैध दस्तावेज या यह प्रमाण नहीं दे सके कि चिकित्सा प्रैक्टिस के दौरान विदेशी डिग्री का उल्लेख करना नियमों के अनुरूप है। इसी आधार पर काउंसिल ने उन्हें दो साल की अवधि के लिए प्रैक्टिस से निलंबित करने का आदेश जारी किया।
सेन बोले– मेडिकल काउंसिल का रवैया बदले की भावना से प्रेरित
निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. शांतनु सेन ने कहा कि उन्हें अभी तक काउंसिल से कोई औपचारिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है, जबकि मीडिया को पहले ही इसकी जानकारी दी जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम उनके खिलाफ बदले की भावना से उठाया गया है और काउंसिल उनकी वैध डिग्री का उल्लेख करने और चिकित्सकीय कार्य करने के अधिकार को नहीं छीन सकती।
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी विदेशी डिग्री के पंजीकरण हेतु ₹10,000 शुल्क सहित आवेदन काउंसिल को सौंपा है। सेन ने कहा, “जैसे ही मुझे आधिकारिक पत्र मिलेगा, मैं अपने अधिकार और प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए कानूनी विकल्पों का सहारा लूंगा।”
पहले टीएमसी से भी हो चुके हैं निलंबित
उल्लेखनीय है कि डॉ. सेन को इससे पहले आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में राज्य सरकार की कार्यप्रणाली की आलोचना करने पर टीएमसी से भी निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने उस समय जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया था।